नहीं बनी बात, पारा असातिज़ा हड़ताल पर

रांची : तहरीक कर रहे पारा असातिज़ा हुकूमत से मुजाकिरत फेल हाेने के बाद अब हड़ताल पर जायेंगे। पारा असातिज़ा के एक ग्रुप ने 28 अगस्त आैर दूसरे ग्रुप ने एक सितंबर से बेमियादी हड़ताल पर जाने की एलान की है। दाेनाें ग्रुप की बुध काे हुकूमत से चार घंटे तक बातचीत हुई थी। एक ग्रुप से मंजूरी भी बनी थी।

तहरीक खत्म करने की भी बात कही थी। जुमेरात को पारा असातिज़ा यूनियन के एक ग्रुप ने मंजूरी खत नहीं लिया, जबकि दूसरे गुट ने कहा वह तंख्वाह लिये बिना तहरीक वापस नहीं लेगा। झारखंड पारा असातिज़ा समन्वय समिति ने एक सितंबर से हड़ताल पर जाने की एलान की है। वहीं झारखंड रियासत पारा असातिज़ा यूनियन ने जुमा से ही हड़ताल पर जाने का एलान किया है। इस तरह रियासत के 78 हजार पारा असातिज़ा हड़ताल पर चले जायेंगे।

बुध को हुई बातचीत में बनी मंजूरी के मुताबिक पारा असातिज़ा यूनियन के लीडर जुमराट काे मंजूरी खत लेने प्रोजेक्ट भवन पहुंचे। असातिज़ा यूनियन के वफद तालीम सेक्रेटरी के दस्तखत से महकमा से खत की मांग कर रहे थे। हुकूमत की तरफ से दोनों फरीक़ के दस्तखत से खत जारी करने की बात कही गयी। इसके बाद असातिज़ा यूनियन के वफद बिना मंजूरी खत लिये वापस आ गये। मोरहबादी पहुंच कर घेरा डालो-डेरा डालो प्रोग्राम खत्म करते हुए जुमा से हड़ताल पर जाने की एलान कर दी।

ठगना चाहती है हुकूमत

हुकूमत हमें जन-धन मंसूबा व अटल पेंशन मंसूबा का फायदा देकर ठगना चाहती है। इन मंसूबों केे लिए तहरीक की जरूरत नहीं होती। हुकूमत तंख्वाह दे, इससे कम पर कोई मूआहिदा नहीं होगा। विनाेद बिहारी महताे, पारा असातिज़ा समन्वय समिति

हड़ताली पारा असाजिता पर नो वर्क -नो पे लागू

हुकूमत ने हड़ताल पर जानेवाले पारा असातिज़ा पर ‘नाे वर्क-नाे पे लागू’ करने के फैसला किया है। झारखंड तालीम प्रोजेक्ट के डाइरेक्टर हंसराज सिंह ने जिला तालीम सुप्रीटेंडेंट को इस की हिदायत जारी कर दिया है। डीएसइ को जारी खत में कहा गया है कि पारा असातिज़ा स्कूल में तालाबंदी करते हैं या बच्चों को मिड डे मील से महरूम करने की कोशिश करते हैं, तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाये। ऐसे पारा असातिज़ा को निशान देही कर तमाम डीएसइ को रोजाना शाम चार बजे रिपोर्ट देने को कहा गया है।