सैनिक मार्केट के बाहर मल्टी स्टोरेज पार्किग नहीं बनेगा। शहर तरक़्क़ी महकमा ने सैनिक मार्केट के बाहर मल्टी स्टोरेज पार्किंग बनाने का ख्याल छोड़ दिया है। मंसूबा तैयार करने के पहले सैनिक मार्केट का मालिकाना हक़ रखनेवाली अदारा सैनिक बोहबुद डाइरेक्टोरेट से शहर तरक़्क़ी महकमा ने कोई बात नहीं की थी। मालूम हो कि सैनिक बोहदूब डाइरेक्टोरेट के सदर गवर्नर होते हैं।
बिना गवर्नर की इजाजत के ही शहर तरक़्क़ी महकमा ने डाइरेक्टोरेट की जमीन पर मल्टी स्टोरेज पार्किग बनाने की मंसूबा बना ली थी। गुजिशत दिनों चीफ़ सेक्रेटरी आरएस शर्मा ने रांची में मल्टी स्टोरेज पार्किग तामीर पर बैठक बुलायी थी। तजवीज के दौरान पता चला कि सैनिक मार्केट में मल्टी स्टोरेज पार्किग तामीर को लेकर डाइरेक्टोरेट के साथ कभी बैठक नहीं की गयी है। महकमा ने खुद ही यह मान लिया था कि डाइरेक्टोरेट मल्टी स्टोरेज पार्किंग के लिए जमीन देने को तैयार हो जायेगा।
जमीन एक्वायर का भी है पेंच : मल्टी स्टोरेज पार्किग में जमीन एक्वायर का भी पेंच है। सैनिक मार्केट समेत कुल तीन मुकामात का इंतिख़ाब मल्टी स्टोरेज पार्किग के लिए किया गया था।
सुजाता सिनेमा के बगल में वाक़ेय खाली जमीन और डेली मार्केट के बगल की जमीन भी इसके लिए चुनी गयी थी। सुजाता सिनेमा के बगल में प्राइवेट जमीन है। जमीन मालिकों को एक्वायर का नोटिस दिया गया है। एक्वायर के लिए शहर तरक़्क़ी महकमा ने जिला इंतेजामिया को रक़म भी मुहैया करा दी है। हालांकि, जमीन मालिक नोटिस के खिलाफ अदालत जाने की तैयारी कर रहे हैं। उधर, सैनिक मार्केट मामले के बाद शहर तरक़्क़ी महकमा डेली मार्केट के बगल की जमीन का मालिक खोज रहा है। सेक्रेटरी अजय कुमार सिंह ने अफसरों को मुतल्लिक़ ज़मीन का पूरा तफ़सीलात लाने की हिदायत दिये हैं।