नाटो के हमले केख़िलाफ़ कल यौम-ए यकजहती मनाने, अलताफ़ हुसैन की अपील

लंदन 28 नवंबर (एजैंसीज़) मुत्तहदा क़ौमी मूवमैंट के क़ाइद अलताफ़ हुसैन ने पाकिस्तान की सरहदों पर अमरीकन और नाटो अफ़्वाज के बिला इशतेआल हमले और हमले में पाकिस्तानी फ़ौज के मुलाज़मीन के हलाक वज़ख़मी होने के वाक़िया की सख़्त तरीन अलफ़ाज़ में मुज़म्मत की है और क़ौम से अपील की कि फ़ौज पर बिला इशतेआल हमले के ख़िलाफ़ 28, नवंबर को यौमे यकजहती व एसतहकामे पाकिस्तान मनाया जाए ।इन ख़्यालात काइज़हार अलताफ़ हुसैन ने हफ़्ता को रात गए वफ़ाक़ी वज़ीर-ए-दाख़िला रहमान मलिक से टेलीफ़ोन पर गुफ़्तगु के बाद एम क्यू एम की राबिता कमेटी पाकिस्तान और लंदन के अरकान से गुफ़्तगु करते हुए किया।

राबिता कमेटी के अरकान ने मुत्तफ़िक़ा तौर पर महमंद एजैंसी में अमरीकन और नाटो अफ़्वाज की जानिब से पाकिस्तानी फ़ौजीयों पर हमले को क़ौमी सलामती वख़ोदमख़तारी पर हमला क़रार देते हुए इस अमल के ख़िलाफ़ क़ौमी यकजहती के मुज़ाहैरे का फ़ैसला किया।अलताफ़ हुसैन ने राबिता कमेटी के फ़ैसले की तौसीक़ करते हुए हैदायत की कि एम क्यू एम के तमाम कारकुनान वावाम पाकिस्तानी फ़ौजीयों पर हमले के ख़िलाफ़ बरोज़ पैर अपने अपने घरों , दफ़ातिर और दीगर मुक़ामात से पार्टी पर्चम उतार लें औरपाकिस्तान की सलामती वख़ोदमख़तारी, क़ौमी ग़ैरत वहमीत और इज़्ज़त ववक़ार की ख़ातिर हरजगा सिर्फ पाकिस्तानी पर्चम लहराकर क़ौमी यकजहती का भरपूर मुज़ाहरा करें।अलताफ़ हुसैन ने तमाम सियासी वमज़हबी जमातों और पूरी क़ौम से अपील की कि वो भी बरोज़ पैर यौम यकजहती वासतहकाम पाकिस्तान मनाएं , अपनी अपनी जमातों के पर्चम उतार करअपने घरों , दुकानों , दफ़ातिर, महलों और बाज़ारों में सिर्फ पाकिस्तानी पर्चम लहराएं ।

पूरी दुनिया पर वाज़िह करदें कि सियासी वमज़हबी जमातें अपने सियासी वनज़रयाती इख़तिलाफ़ात के बावजूद पाकिस्तान की सलामती वबक़ा-ए-और इज़्ज़त ववक़ार केलिए सीसा पिलाई दीवार की तरह मुत्तहैद हैं। उन्हों ने कहाकि पाकिस्तान एक आज़ाद और ख़ुदमुख़तार मुलक है , अमरीका पाकिस्तान को इराक़ , लीबिया या दीगर ममालिक की तरह ना समझी। पाकिस्तानी क़ौम ,वतन-ए-अज़ीज़ की सलामती वख़ोदमख़तारी पर हमले को हरगिज़ क़बूल नहीं करेगी और इत्तिहाद व यकजहती का मुज़ाहरा करके साबित करदेगी कि पाकिस्तानी क़ौम वतन-ए-अज़ीज़ की सलामती , इज़्ज़त ववक़ार और ख़ुद्दारी केलिए मुसल्लह अफ़्वाज और क़ौमी सलामती के दीगर इदारों के शाना बशाना और दामे ,दिरमे क़दमे सिखने इन का अमली साथ देगी।वफ़ाक़ी वज़ीर-ए-दाख़िला रहमान मलिक ने अलताफ़ हुसैन के जज़बात वाहसासात को काबुल क़दर क़रार देते हुए कहाकि क़ौमी सलामती वबक़ा-ए-, ख़ुदमुख़तारी और क़ौमी वक़ार केलिए आप के जज़बात काबिल-ए-तारीफ़ हैं जिस पर में आप को ख़िराज-ए-तहैसीन पेश करता हूँ।

अलताफ़ हुसैन ने जवाब में कहा कि पाकिस्तान की हैफ़ाज़त केलिए मुसल्लह अफ़्वाज और तन्हा नहीं बल्कि पूरी क़ौम उन के साथ है क़ौमी सलामती केलिए वो किसी भी क़ुर्बानी से दरेग़ नहीं करेगी। अलताफ़ हुसैन ने कहाकि में और मेरी जमात के एक एक कारकुन की ख़िदमात और जद्द-ओ-जहद क़ौमी सलामती वबक़ा-ए- और यकजहती के लिए हाज़िर हैं। हम पाकिस्तान की बक़ा वस्सलामती को अपने पार्टी मुफ़ादात पर तर्जीह देते हैं।क़ौमी सलामती की ख़ातिर एम क्यू एम दस मर्तबा क़ुर्बान होजाए और पाकिस्तान क़ायम रहे तो हम उसे अपनी जद्द-ओ-जहद और क़ुर्बानी का समर समझेंगे।