नीतीश के खिलाफ बयान देने पर दो एमपी मुअत्तिल

जदयू ने आज लोकसभा के दो एमपी जयनारायण निषाद और पूर्णमासी राम को पार्टी मुखालिफ सरगरमियों में मौलूस होने की वजह से छह सालों के लिए मुअत्तिल कर दिया। दोनों लीडर कुछ वक़्त से बिहार के वज़ीरे आला नीतीश कुमार समेत पार्टी क़ायेदीनों के खिलाफ बयान दे रहे थे।

पार्टी जेनरल सेक्रेटरी के. सी. त्यागी ने कहा, ‘‘पार्टी सदर शरद यादव ने गोपालगंज के एमपी पूर्णमासी राम और मुजफ्फरपुर के एमपी जयनारायण निषाद को मूअत्तिल कर दिया है। दोनों फिरकावराना और बदउनवानी ताकतों से मिले हुए थे। इसलिए उन्हें फौरी तौर से पार्टी से छह सालों के लिए मूअत्तिल कर दिया गया है।’’ पार्टी की तरफ से जारी मुअतलि खत में कहा गया है कि यादव ने दोनों एमपी को पार्टी के कानून की दफा 20 के तहत मिली ताकत का इस्तेमाल करते हुए मूअत्तिल किया है।

राम ने चारा घोटाले के सिलसिले में कल नीतीश कुमार के खिलाफ तबसीरह की थी। पार्टी ज़राये ने कहा कि निषाद ने कुछ दिनों पहले ‘मोदी यज्ञ’ का एंकाद किया था जो भाजपा की तरफ से वज़ीरे आजम ओहदे के उम्मीदवार का हिमायती था। राम ने अपने मुस्तकबिल की मंसूबों के बारे में वजेह तौर से नहीं बताया है लेकिन कुछ हफ्ते पहले उन्होंने मोदी के नजदीक साथी से मुलाकात की थी।

निषाद जहां इंतिहाई पसमान्दा तबके के मछुआरा कम्यूनिटी से ताल्लुक रखते हैं वहीं राम दलित लीडर हैं और लोकसभा इंतिखाबत से पहले भाजपा अपने हिमायत की तौसीअ के लिए इन्हें मतवजह कर रही थी। दोनों क़ायेदीनों का दल बदलने की तारीख रही है। निषाद जदयू में शामिल होने से पहले लालू की राजद और भाजपा में भी रहे हैं वहीं राम बिहार में लालू की कैबिनेट में वज़ीर रह चुके हैं।