नीतीश ने जेटली को लिखा ख़त, कहा 1887 करोड़ के लिए शुक्रिया, 6394 करोड़ भी भेज दीजिए

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिख कर बैकवर्ड रीजन ग्रांट फंड (बीआरजीएफ) के बकाया 6394.47 करोड़ रुपये फ़ौरन बिहार को जारी करने की दरख्वास्त किया है. मंगल को भेजे गये ख़त में उन्होंने 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत बीआरजीएफ की बकाया राशि का तफ़सीलात देते कहा कि अगर वक़्त से पैसा बिहार को नहीं मिल पाया, तो राज्य की चालू योजनाएं बाधित हो जायेंगी और उनकी लागत भी बढ़ जायेगी. साथ ही मुख्यमंत्री ने चालू वित्तीय वर्ष में 1887.53 करोड़ रुपये जारी करने के लिए जेटली को शुक्रिया अदा दिया है. 
 
मुख्यमंत्री ने लिखा है कि नीति आयोग ने बिहार के लिए 12वीं पंचवर्षीय योजना में 12 हजार करोड़ रुपये मंजूर किये थे. इनमें से 6395.19 करोड़ रुपये अब भी नहीं मिले हैं. मुख्यमंत्री ने ख़त में बकाया राशि का विस्तृत ब्योरा दिया है. इसके मुताबिक 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत बिहार के हिस्से की जो रक़म केंद्र के पास जेरे गौर है, उसमें नयी योजनाओं के लिए 4998.77 करोड़, पुरानी योजनाओं को पूरा करने के लिए 494.34 करोड़, नीति आयोग द्वारा मंजूर योजनाओं के लिए 902.08 करोड़ रुपये शामिल हैं. सीएम ने कहा है कि बकाया राशि में से बिजली योजनाओं पर 856.61 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. 
 
पटना के बेली रोड पर ललित भवन से बिजली भवन तक बनने वाले अंडर पाथ (लोहिया पथ चक्र) पर 391 करोड़ खर्च किये जाने हैं. राज्य सरकार ने नीति आयोग की स्वीकृति की प्रत्याशा में इस योजना को मंजूरी दे दी है और इसका काम  भी शुरू हो गया है. उन्होंने चालू वित्तीय वर्ष में ही बकाया 6395.19 करोड़ जारी करने को कहा है. उन्होंने कहा है कि समय पर व एकमुश्त बकाया जारी नहीं किया गया, तो चालू योजनाओं के लंबा खींचने और लागत बढ़ जाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. अकेले बिजली व सड़क की नौ योजनाओं पर चालू वित्तीय वर्ष में 4998.75 करोड़ खर्च किये जाने हैं. पुरानी योजनाओं के लिए बकाया 494.34 करोड़ में से 10वीं व 11वीं योजना काल की लंबित योजनाओं पर 92.74 करोड़ खर्च होने हैं.