रांची : झाविमो का सदर चुने जाने के बाद बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बिहार के वजीरे आला नीतीश कुमार में वजीरे आजम बनने की काबलियत है़ झारखंड के वजीरे आला के तौर में काम करते हुए मैंने इनके रेल मंत्री के कार्यकाल को देखा है. झारखंड में रेलवे लाइन के लिए बात की, तो खुले दिल से उन्होंने झारखंड का मदद किया़। हजारीबाग में रेलवे लाइन की बात हो या फिर दूसरी किसी प्रोजेक्ट की बात हो, सब में उनका मदद मिला था.
मरांडी ने कहा कि पहले भी दल एकजुट हो कर काम करते रहे हैं, आज नीतीश जी एकजुट कर रहे हैं, तो सांप्रदायिक शक्तियों के पेट में दर्द हो रहा है़ कारवां बन रहा है, उसे कोई रोक नहीं सकता है़. मरांडी ने कहा कि शराब से समाज बरबाद हो रहा है़ किसी का बेटा बिगड़ रहा है, तो किसी का शौहर बरबाद हो रहा है़. झारखंड में शराब पीने से साल 1995 में 32 लोगों की मौत हो गयी थी़। यह घटना आज के वजीरे आला रघुवर दास के विधानसभा क्षेत्र की ही घटी थी़। रघुवर दास तब विधायक थे और तब विधायक दल के नेता यशवंत सिन्हा के साथ बिहार विधानसभा में धरना पर भी बैठे थे़.
मरांडी ने कहा कि सरकार में हिम्मत है, तो उस घटना की सीबीआइ जांच कराये़ सरकार बताये कि किसकी शराब पीने से मौत हुई थी़। उन्होंने कहा कि यह सरकार किसान, मजदूर विरोधी है़। कॉरपोरेट घरानों के लिए काम कर रही है़। भाजपा के रहते अमन चैन नहीं आ सकता है़.
विकास की बात बेमानी है़ राज्य में 18 महीने के रघुवर दास सरकार के कार्यकाल में 60 से 62 सांप्रदायिक घटनाएं हुई है़ं सरकार के संरक्षण में दंगे हो रहे है़ं पुलिस की रिपोर्ट में लाेगों के नाम है, फिर भी कार्रवाई नहीं हो रही है़। श्री मरांडी ने कहा कि स्थानीय नीति पर सरकार चुप है़ झारखंड के हक के लिए सड़क पर उतरेंगे़। सरकार पर चलना मुश्किल कर देंगे़ सदन से सड़क तक संघर्ष होगा़ उन्होंने कि कार्यकर्ताओं के सहयोग से ही हम अपना दायित्व पूरा करते रहे है़ं कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि अंधेरा छंटेगा, वनवास खत्म होगा़। वर्ष 2019 का चुनाव झाविमो का चुनाव होगा़