महाराष्ट्रा साम्बली में आज जुनूबी अफ़्रीक़ा के आँजहानी क़ाइद नेल्सन मंडेला को ज़बर्दस्त ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया गया। एसेंबली के सरमाई इजलास का आज पहला दिन था।
दोनों ऐवानों के अरकान ने आँजहानी क़ाइद को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश करते हुए दो मिनट की ख़ामूशी इख़तियार की। वज़ीर-ए-आला पृथ्वी राज चौहान ने तहरीक ताज़ियत पेश करते हुए आँजहानी क़ाइद को हिंदुस्तान के बाबाए क़ौम गांधी जी के बराबर क़रार दिया और कहा कि हमारे लिए नेल्सन मंडेला दूसरे महात्मा गांधी की हैसियत रखते हैं।
याद रहे कि नेल्सन मंडेला ने जुनूबी अफ़्रीक़ा में नसल परस्ती के ख़िलाफ़ अपनी जद्द-ओ-जहद को महात्मा गांधी के अदम तशद्दुद के तर्ज़ पर शुरू किया था। वो महात्मा गांधी के नज़रियात के ज़बर्दस्त हामी थे। उनकी इस तवील तरीन जद्द-ओ-जहद को आलमी सतह पर सराहा गया।
इस मौके पर बी जे पी के क़ाइद अपोज़ीशन एकनाथ खडसे ने भी यही कहा कि नेल्सन मंडेला ने नसल परस्ती के ख़िलाफ़ अपनी जद्द-ओ-जहद को महात्मा गांधी के अदम तशद्दुद के नज़रीए पर चलाया जिस में उन्हें कामयाबी मिली। स्पीकर दिलीप वालसे पाटिल ने भी इंसानियत की मुज़म्मत करने पर नेल्सन मंडेला को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया।
पीडब्ल्यू डी वज़ीर छगन भोजबल, गणपत राव देशमुख (पीज़नटस ऐंड वर्कर्स पार्टी) और बालानन्द गावनकर ने भी आँजहानी क़ाइद को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया। ऐवान-ए-ज़ेरीं में भी दो मिनट की ख़ामूशी इख़तियार की गई। लेजिस्लेटिव कौंसिल में वज़ीर-ए-आला अजीत पवार ने तहरीक ताज़ियत पेश की जहां बी जे पी और शिवसेना अरकान एसेंबली ने ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया।
दूसरी तरफ़ उत्तरप्रदेश से मिलने वाली ख़बरों के मुताबिक़ वहां भी अरकान एसेंबली ने नेल्सन मंडेला को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया। दोनों ऐवानों के अरकान ने दो मिनट की ख़ामूशी इख़तियार की। एसेंबली में वज़ीर-ए-आला अखिलेश यादव और अपोज़ीशन क़ाइदीन स्वामी प्रसाद मोर्य (बी एस पी), कलिम सिंह (बी जे पी) , प्रमोद तेवारी (कांग्रेस), दलबीर सिंह (आर एलडी) और अनोपराय पटेल (अपना दल) ने ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया और कुछ अर्सा क़बल अपने दौरा जुनूबी अफ़्रीक़ा की यादें ताज़ा करते हुए इस जेल का भी ज़िक्र किया जहां नेल्सन मंडेला को 27 साल तक क़ैद रखा गया था।