नई दिल्ली: नोटबंदी का असर आवास विभाग पर बुरी तरह पड़ा और अक्टूबर से दिसंबर 2016 के दौरान यह व्यावहारिक रूप से थम गया था और आठ बड़े शहरों में आवास(Housing) की बिक्री में 44 प्रतिशत की गिरावट आई जो पिछले 6 साल के दौरान सबसे अधिक गिरावट रही।
इस वजह से बिल्डर्स को 22,600 करोड़ रुपये का वित्तीय घाटा हुआ। संपत्ति सलाहकार नाइट फ़्रानक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार आवासीय क्षेत्र में घरों की बिक्री में अक्टूबर से दिसंबर 2016 के दौरान 40,936 की गिरावट आई। इसी तरह नए प्रोजेक्ट्स की शुरुआत में ही 61 प्रतिशत की गिरावट आई है। नाईट फ़्रानक ने जिन आठ शहरों को कवर किया उनमें दिल्ली। एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद शामिल हैं।