नोटबंदी के बाद 12.44 लाख करोड़ पुराने नोट जमा कराए गए- रिर्जव बैंक

नोटबैन के 35 दिन पूरे होने पर मंगलवार को आरबीआई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। डिप्टी गर्वनर एसएस मुंद्रा ने बैंगलुरू में कालाधन बदलने के मामले में कहा कि वह एक जुनियर कर्मचारी था। उन्होंने कहा कि कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है। इसके लिए जांच टीम का भी गठन किया गया है।

उन्होंने कहा कि हमने बैंकों को सतर्क रहने के निर्देश दे दिए हैं। मीडिया में खबर आई थी कि कुछ बैंककर्मियों पर आरोप था कि बैंक ब्रांच में कुछ ट्रांजैक्शन में गड़बड़ियां चल रही है। गड़बड़ी करने वालों पर हमारी नजर बनी है। उन्होंने कहा कि सभी बैंक प्रबंधनों को डेटा जाँच करने के लिए विस्तृत निर्देश जारी किया गया है। किसी तरह की गड़बड़ी मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बैंककर्मियों की प्रशंसा भी की और कहा हम यह कहना चाहेंगे कि नोट बैन की प्रक्रिया के शुरू होने के साथ ही बैंककर्मियों ने अच्छा काम किया है, अधिकांश को सराहना मिली है।

आर गांधी ने बताया कि 10 नवंबर से 10 दिसम्बर के बीच बैंकों और एटीएम के माध्यम से लोगों के लिए 4,61,000 करोड़ रुपए के नोट जारी किए गए हैं। इस अवधि में 2000 और 500 के नए नोट रूप में 1.7 अरब नोट जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि नोट बैन के बाद से अब तक 12.44 लाख करोड़ रूपये के पुराने नोट जमा कराए गए हैं। आरबीआई ने लोगों से अपील की है कि वे नोटों को जमा न करें बल्कि उनका इस्तेमाल करें।