नोटबंदी: तीन दिन के अंदर अमित शाह के बैंक में जमा हुए थे 500 करोड़ के पुराने नोट

नई दिल्ली:क्या भाजपा अध्य क्ष अमित शाह किसी सहकारी बैंक के निदेशक हैं? क्या उनके बैंक में नोटबंदी के ऐलान के तुरंत बाद 500 करोड़ रुपए जमा कराए गए?’ ट्विटर पर ऐसे दावे कर रही एक खबर का लिंक शेयर किया जा रहा है. कुछ यूजर्स ने इस लिंक के साथ #रिश्वतखोर_PM_मोदी हैशटैग का भी इस्तेकमाल किया है. लोगों ने पूछा है कि ‘अगर यह सच है तो अब तक कोई गिरफ्तारी क्योंह नहीं की गई’, कुछ यूजर्स ने इस मामले की जांच कराए जाने की मांग की है.

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

जनसत्ता ने इंडिया लाइव टुडे नाम के पोर्टल के हवाले से कहा है कि ‘नोटबंदी की घोषणा के तीन दिन के भीतर, अहमदाबाद के एक को-ऑपरेटिव बैंक में 500 करोड़ रुपए जमा किए गए. भाजपा अध्यटक्ष अमित शाह इस बैंक के निदेशक हैं. आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय ने इस सूचना के आधार पर जांच शुरू कर दी है. बैंक अहमदाबाद आश्रमम रोड पर है. 500 करोड़ की इस रकम का ज्याहदातर हिस्सार नोटबंदी की घोषणा वाली रात को ही जमा किया गया.’
खबर में दावा किया गया है, ”अब यह साफ हो चला है कि गुजरात में सहकारी बैंकों के जरिए भाजपा अपना काला धन बदल रही है, जो कि सीधे उसके नियंत्रण में हैं. जबकि केरल के सहकारी बैंकों को खत्मह करने में भी भाजपा लगी हुई है.

शेयर हो रही रिपोर्ट के मुताबिक, ‘इस को-ऑपरेटिव बैंक की 190 शाखाएं हैं. लेकिन इतनी बड़ी रकम आश्रमम रोड स्थित हेड ऑफिस में ही जमा की गई है. 8 नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद बैंक में भारी रकम जमा हुई. बैंक के ज्या.दातर ग्राहक छोटे दुकानदार और किसान हैं. इससे शक और पुख्ताम होता है कि 500 करोड़ रुपए जितनी बड़ी रकम इस बैंक में कहां से जमा हुई.
अरबीआई के निर्देशानुसार, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय गुजरात के संदिग्ध सहकारी बैंकों की जांच कर रहे हैं. आयकर विभाग बैंक से मिली सीसीटीवी फुटेज को वेरिफाई कर रहा है.