नई दिल्ली: नोटबंदी को लेकर मचे सियासी संग्राम के बीच भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया है.
आडवाणी ने नई दिल्ली में बुधवार को कहा, ‘लोकसभा अध्यक्ष (सुमित्रा महाजन) और संसदीय कार्यमंत्री (अनंत कुमार) नहीं चाहते हैं कि सदन चले. यहां तक कि कोई भी राजनीतिक दल नहीं चाहता है कि सदन में कामकाज हो. ऐसे में संसद को अनिश्चितकाल के लिए टाला तो नहीं जा सकता’?
प्रदेश 18 के अनुसार, लालकृष्ण आडवाणी का यह बयान बेहद अहम है. नोटबंदी के बाद बैंकों-एटीएम के बाहर लंबी कतारों के बीच अभी भी आम लोगों की कठिनाई कम नहीं हुई है. ऐसे में सदन में लगातार विपक्षी दल हंगामा कर रहे हैं, वहीं सरकार अपने कदम पीछे करने को तैयार नहीं है.
जेटली ने शून्यकाल के दौरान राज्यसभा में कहा, ‘विपक्ष किसी न किसी कारण से सदन की कार्यवाही बाधित कर रहा है. उन्हें बहस शुरू करने की चुनौती देता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘वे टेलीविजन पर कवरेज के लिए इस मुद्दे को प्रतिदिन दो मिनट के लिए शून्यकाल के दौरान उठाते हैं. उन्हें इस बात की कोई चिंता नहीं है कि बहस जारी रहती है या नहीं.’
उल्लेखनीय है कि इस मुद्दे को लेकर 16 नवंबर को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ही दोनों सदनों में हंगामा जारी है.