हैदराबाद 03 सितंबर: रियासती वक़्फ़ बोर्ड की कई आराज़ीयात जो के साबिक़ में आंध्र प्रदेश इंडस्ट्रीयल इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन के अलावा दुसरे इदारों के तवस्सुत से मुख़्तलिफ़ कंपनीयों को हवाले की गई थी इस में राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट को हवाले करदा हज़ारों एकऱ् ओक़ाफ़ी अराज़ी भी शामिल है।
राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दी गई वसीअ-ओ-अरीज़ अराज़ी में बड़ा हिस्सा दरगाह हज़रत बाबा शरफुद्दीन की दरगाह के तहत मौक़ूफ़ा अराज़ी का है जिसमें जी एम आर की तरफ से मुख़्तलिफ़ प्रोजेक्ट्स तामीर किए गए हैं।
इन ही प्रोजेक्ट में जी एम आर का एक प्रोजेक्ट्स नोवोटेल होटल भी शामिल है जो कि मौक़ूफ़ा अराज़ी के ही एक हिस्से पर तामीर की गई। लेकिन पिछ्ले दिनों ज़राए इबलाग़ में शाय ख़बरों के मुताबिक़ जी एम आर ग्रुप ने नोवोटेल होटल को फ़रोख़त करने का फ़ैसला किया है जिससे तीन से चार-सौ करोड़ रुपये हासिल होने की तवक़्क़ो ज़ाहिर की जा रही है। अब जब कि ख़ुद जी एम आर ग्रुप की तरफ से नोवोटेल होटल की फ़रोख़त का मन्सूबा तैयार किया जा रहा है।