चोरौत मगरीबी पंचायत का अब्बास राइन सऊदी अरब के दमाम शहर से 200 किलोमीटर दूर हफर अलबाती के नज़दिक यरगमाल है। 19 मई 2013 को सऊदी अरब कमाने गए अब्बास ने 4 नवंबर 2014 को एसएमएस से अहले खाना को अपने यरगमाल होने की जानकारी दी थी।
अब्बास के साथ कुल 40 लोगों को रोबेट अल नसीज नामी कंपनी ने यरगमाल बना रखा है। मो. अब्बास वहां टेलरिंग का काम कर रहा था। उसे मुंबई की स्काई ट्रेवल्स सर्विस नामी कंपनी ने सऊदी अरब भेजा था। एजेंसी ने 61 भारतीयों को सउदी वाकेय रोबेट अल नसीज नामी कंपनी के हवाले कर दिया था।
एसएमएस से दी जानकारी
अब्बास को यर्गमाल बनाये जाने की इत्तिला के बाद अहले खाना का रोत-रोते बुरा हाल है। एसएमएस में उसने यह भी बताया है, कि कंपनी ने 61 लोगों को अरब भेजा था, जिसमें से कंपनी ने 20 लोगों को बेच डाला है व एक की मौत इलाज न होने की वजह से हो चुकी है। बाक़ी 40 लोग यरगमाल बने हैं।सीतामढ़ी जिले की चोरौत मगरीबी पंचायत के रहने वाले अब्बास का खानदान अनहोनी की खदशा से डरा हुआ है। अब्बास से अब बात भी नहीं हो रही।