न्यूक्लियर हथियारों से हिंदूस्तान को ज़्यादा ख़तरा

न्यूयार्क 26 अक्टूबर( पी टी आई ) जुनूबी एशीया में बढ़ते हुए न्यूक्लियर ज़ख़ीरा पर तशवीश का इज़हार करते हुए कांग्रेस एम पी मणि शंकर एयर ने आज कहा कि कोई दीगर मुल्क को इतना ख़तरा नहीं है जितना हिंदूस्तान को ऐटमी हथियारों और इस किस्म के असलाह दहश्तगरदों के हाथों में पड़ जाने के अंदेशे से लाहक़ है ।

न्यूक्लियर हथियारों को तलफ़ कर देने के लिए पर ज़ोर अपील करते हुए मणि शंकर ने कहा कि अदम फैलाव का तरीका-ए-कार इत्तिलाफ़ का मुतबादिल नहीं हो सकता ।

मणि शंकर वज़ीर-ए-आज़म के इस ग़ैर रस्मी ग्रुप के चेयरमैन भी हैं जो न्यूक्लियर हथियारों से पाक और अदम तशद्दुद पर मबनी आलमी निज़ाम के क़ियाम केलिए राजीवगांधी ऐक्शण प्लान को फ़रोग़ देने के सिलसिले में तशकील दिया गया है ।

मुनि शंकर ने ग्लोबल स्कियोरटी इंस्टीटियूट ऐंड ईस्ट वैस्ट इंस्टीटियूट के ज़ेर-ए-एहतिमाम यहां तर्क न्यूक्लियर असलाह पर मुनाक़िदा कान्फ़्रैंस में कहा कि हिंदूस्तान को अपने पड़ोस में बढ़ते हुए न्यूकलीयाई असलाह की वजह से जिस क़दर ख़तरा है ऐसी सूरत-ए-हाल कोई दीगर मुल्क को दरपेश नहीं ।

न्यूक्लियर मादों और हती कि हथियारों तक दहश्तगरदों की रसाई का भी अंदेशा लाहक़ है। लिहाज़ा यक तरफ़ा न्यूक्लियर तर्क असलाह की तजवीज़ पर अमल करना मुश्किल है ।