पक्षी अपने पुरुषों का शोक मनाते है अमेरीकह में की गई एक रिसर्च में पता चला है कि कुछ पक्षी अपने पुरुषों का शोक मनाते हैं और अंतिम संस्कार निभाते हैं. शोध में पाया गया है कि जब पश्चिमी देशों में पाई जाने जीज़ नामक छोटी सी चिड़िया कोई मृत पक्षी नजर आता है तो शोर मचा कर एक दूसरे को इकट्ठा कर लेती हैं और दाने दनके की तलाश बंद कर देती हैं.
वैज्ञानिकों ने सर्च में पाया है कि यह चिड़िया आमतौर पर मृत पक्षी के पास उतरती हैं और उनके आसपास जमा हो जाती है जैसे वह उनका शोक मना रही हूँ. कैलिफोर्निया के सर्च करने वालों ने अपनी खोज को वैज्ञानिक पत्रिका ऐनियमल बीवेहियर’ यानी जानवरो के खसाइल में प्रकाशित कराया है जिसमें कहा गया है कि यह खसलत आसपास मौजूद खतरों से अवगत करने की उनकी आदत के कारण पैदा हुई होगी.
यह बातें टरीज़ा अगलेसाज् और उनके साथियों द्वारा की जाने वाली खोज के परिणाम में सामने आई हैं. उन्होंने अपने आवासीय घरों के उक़बा सहन में तरह तरह की चीज़ें रखें और निरीक्षण करने की कोशिश की कि पश्चिम जीज़ का उनके प्रति क्या प्रतिक्रिया है. इन चीजों में विभिन्न प्रकार के लकड़ी के रंगीन टुकड़े, मृत जीज़, भेस भरी जीज़ और पहाड़ी आलू शामिल थे जो शिकुरी पक्षी और जीज़ आकर्षित होते हैं.
पर्यवेक्षण में पाया गया कि जीस ने लकड़ी की चीजों को अनुरोरातना नहीं समझा लेकिन जब उन्होंने किसी मृत पक्षी को देखा तो उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया जैसे वह दूसरी चिड़ियों को दूर रहने के लिए चेतावनी दे रही हूँ या उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी दे रही हूँ. उसके बाद जीजस ने मृत चिड़िया को घेर लिया और आवाज़ें निकालने लगी. उसके बाद जीस ने खाद्य सर्च भी बंद कर दिया.
अनुसंधान में कहा गया है कि उनके समझमोलात में परिवर्तन एक दिन देखी जाती है. इसी तरह सर्च में यह भी पाया गया कि जब यह बता दिया गया कि शिकारी चिड़ी उनके आसपास है तो भी उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया था . वह संभावित शिकारी पक्षी पर झपट दिखाई लेकिन वह किसी मृत पक्षी पर कभी नहीं झपटतें.
अनुसंधान करने वालों ने कहा कि जैज़ जब मृत पक्षी को देखती हैं तो वह उसकी खबर दूसरे पक्षियों को देना जरूरी समझती हैं जैसा कि शिकारी पक्षियों की उपस्थिति में आम तौर पर ऐसा करते हैं कि दूसरे पक्षियों को चेतावनी देते हैं. दूसरे जानवर भी अपने पुरुष नोटिस लेते हैं.