पटना में आठ डीएवी स्कूल होंगे बंद

पटना में चल रहे 12 में से आठ डीएवी स्कूल तालीमी सेशन 2016 से बंद हो जायेंगे। यहां अब वही डीएवी स्कूल चलेंगे, जिन्हें सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसइ) से डाइरेक्ट मंजूरी हासिल है। यहां ऐसे डीएवी स्कूलों की तादाद सिर्फ चार है। इसके अलावा अलग-अलग इलाकों में चल रहे डीएवी स्कूल की आठ दीगर ब्रांचों को बंद करने की तैयारी इसी सेशन से शुरू हो जायेगी।

डीएवी स्कूलों में एडमिशन की अमल जनवरी से फरवरी तक चलती है। इस बार एडमिशन हो चुका है। इस वजह से अगले साल यानी 2016 से इन स्कूलों में एडमिशन लेना बंद कर दिया जायेगा।

इनमें एड्मिट बच्चों का ट्रांसफर मेन डीएवी स्कूलों में किया जायेगा। पटना में सीबीएसइ ने जिन चार डीएवी स्कूलों को मंजूरी दे रखी है, उनमें बीएसइबी, खगौल, दानापुर और ट्रांसपोर्ट शहर वाकेय स्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों के अलावा पटना में कई मुहल्लों में डीएवी के आठ ब्रांच चल रहे हैं, जिनमें छठी और आठवीं क्लास तक की पढ़ाई होती है। आठवीं पास करने के बाद तालिबे इल्म का ट्रांसफर मेन ब्रांच में कर दिया जाता है। ऐसे में इन स्कूलों में स्टूडेंट्स की तादाद काफी बढ़ जाती है। इससे क्वालिटी एजुकेशन पर असर पड़ता है। इन सभी बातों को देखते हुए डीएवी इंतेजामिया ने सिर्फ मंजूरी हासिल डीएवी स्कूलों को चालू रखने का फैसला लिया है।

नेपाली नगर वाकेय डीएवी स्कूल को बंद कर दिया गया है। अप्रैल से शुरू हो रहे तालीमी सेशन के लिए इस स्कूल में एक भी एडमिशन नहीं हुआ है। इस सिलसिले में डीएवी के असिस्टेंट रीजनल डायरेक्टर और डीएवी, बीएसइबी के इंचार्ज प्रिन्सिपल इंद्रजीत राय ने बताया कि हाल में नेपाली नगर के डीएवी स्कूल को बंद किया गया है। अब हम दूसरे डीएवी स्कूलों पर नजर रख रहे हैं। चूंकि अभी उन तमाम स्कूलों में स्टूडेंट्स की तादाद 500 तक है, ऐसे में स्कूलों को अचानक बंद करने पर गार्जियन के लिए परेशानी बढ़ जायेगी। दो साल के अंदर तमाम ब्रांचों को बंद किया जायेगा।

डीएवी पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर निशा पेशिन ने बताया कि पटना जोन के डीएवी स्कूलों में कई तरह की दिक्कतें हैं। इस वजह से तीन रुकनी टीम बनायी गयी है। जो भी स्कूल गली-मुहल्ले में खुले हैं, उन्हें जल्द बंद किया जायेगा। ब्रांच खोलने की जानकारी डीएवी इंतेजामिया के पास भी नहीं है। ऐसे में इन स्कूलों के बच्चों का मुश्तकबिल दावं पर लगा रहता है। ऐसे में एडमिशन की अमल धीरे-धीरे बंद कर दी जायेगी। जांच में जिस तरह बातें सामने आयेंगी, उसी तरह से डीएवी पर कार्रवाई की जायेगी।