पटेल तहरीक से जुडे नौजवान ने की खुदकुशी…

नई दिल्ली: गुजरात में पाटीदार (पटेल) तबके के एक नौजवान ने खुदकुशी कर ली है। हफ्ते के रोज़ राजकोट में रिजर्वेशन के लिए तहरीक कर रहे उमेश पटेल नाम के लडके ने खुदकुशी करने से पहले चार सुसाइड नोट लिखे। राजकोट के उमेश पटेल नाम के नौजवान की लाश पुलिस को वावडी इलाके में एक कारखाने से बरामद हुई।

शहर के गोंडल रोड इलाके में रहने वाले उमेश ने पाइप से लटककर अपने आपको फांसी लगाई। खुदकुशी की इत्तेला मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को पोस्टमॉटम के लिए भेजा। ख़ुदकुशी करने के पहले उमेश ने अपने समाज से जु़डे लोगो को व्हाट्सएप के जरिए सुसाइड नोट भी भेजा।

इस मुबय्यना सुसाइड नोट में तहरीक का भी जिक्र किया है साथ ही रिजर्वेशन की मांग के बारे में भी लिखा है, उसमे यह भी लिखा गया है कि तहरीक के दौरान हुई तशद्दुद में मारे गए समाज के लोगों को यह खिराज़ ए अकीदत है। पुलिस इस सुसाइड नोट की जांच कर रहे है। इसके साथ ही पुलिस मौत की वजह जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार कर रही है।

नौजवान ने सुसाइड नोट में क्या लिखा…..

मैं उमेश पटेल मेरे पास जमींन नहीं है मकान नहीं है रकम नहीं है और मै रिजर्वेशन की मांग करू तो मुझे लाठी खानी पडती है। मैं गुजरात का बेटा नहीं हूं मेरे जैसे कई पाटीदार भाई बहन है जो बेसहारा है। मेरा न तो कोई भाई है या फिर बहन। मैं वालिदैन की एक ही औलाद हूँ। मेरे भाई को तो आप के बदउनवानी ने मार डाला।

अब मेरे बेसहारे मां-बाप की जिम्मेदारी कौन लेगा। यह खत लिखने तक तो वक्त हाथ नहीं चल रहा। फिर भी कितनी मज़बूरी होगी की जब यह हाथ चला होगा जब तक सरकार गरीब पटीदारों के सामने नहीं देखेगी तब तक ऐसे बेटों को खोना पडेगा और यह सब जवाबदेही हुकूमत की रहेगी। यह खत हुकूमत तक पहुचाने के लिए मेरी गुजारिश है।

मेरे सब पाटीदार भाईओ की में माफी मांगता हुं कि इस तहरीक में मै आप के साथ न रह सका। जिसके लिए मुझे माफ़ करें। मेरी यह क़ुर्बानी नाकाम न जाय वार्ना मेरी जिंदगी ही नहीं मेरी मौत भी बेकार जायेगी। हुकूमत कोई ठोस कदम नहीं उठाएगी तो हर 26 तारीख को एक बेटा ऐसे ही मरेगा, मेरे शहीद भाइओ के लिए यह खिराज़ ए अकीदत है।