नई दिल्ली: सरकार पर आज लोकसभा में पठानकोट सैन्य हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले की जांच करवाने पर विपक्ष की आलोचना का सामना करना पड़ा जो यह जांच एनएसजी से करवाने के फैसले को एक ” गंभीर गलती ‘करार दिया। विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाहौर में ठहराव पर भी आपत्ति जताते हुए कहा कि आखिर उससे की अहासल हुआ ‘इसके चन्द दिन ही बाद आतंकवादी हमला किया गया।
इस मसले पर चर्चा में भाग लेते हुए बीजू जनता दल के कलीकेश सिंह देव ने राष्ट्रीय सयान्ती सलाहकार पर विशेष रूप से आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें इस हमले से निपटने के पूर्ण विकल्प मिलता था लेकिन उन्होंने एक गलत फैसला किया। इस तरह अपने अधिकारों का शोषण किया।
सिंह देव ने व्यक्त आश्चर्य है कि अंत सेना को आतंकी हमले से निपटने का निर्देश क्यों नहीं दी गई थी जबकि खुद पठानकोट में 50 हजार सैनिक मौजूद थे और वो ऐसी स्थिति से बेहतर निपट सकते थे। एनएसजी को सिर्फ शहरी बंधक जैसी स्थिति और आतंकवाद के लिए इस्तेमाल किया जाता है बकवास यह गंभीर गलती क्यों की गई और पठानकोट हमला जांच एनएसजी के सुपुर्द क्यों की गई।
विभाग पता लगाने सिस्टम की कड़ी निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि समय का तकाजा है कि इस तथ्य के मद्देनजर देश आतंकवादियों से एक कदम पीछे है। पता लगाने सिस्टम को बेहतर बनाया जाना चाहिए। उन्होंने आशंका जताई कि मौलाना मसूद अजहर अभी भी पाकिस्तान में अज़ाद घूम रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस के बावजूद वह आतंकवादी हमले कर चुके हैं। क्या हम पाकिस्तान पर इतना दबाव नहीं डाल सकते कि उन्हें इंसाफ के कठहरे में खड़ा किया जाए। प्रधानमंत्री के लाहौर में ठहराव की निंदा करते हुए संघ देव ने कहा कि आखिर उन्हें प्रधानमंत्री पाकिस्तान के जन्मदिन समारोह में भाग लेकर क्या हासिल हुआ।
एक प्याली चाय और रात का ख़ाने में भाग लेने। हिंद। पाक संबंधों पर इससे कयाातर संकलित हुआ। उन्होंने सरकार की ओर से पठानकोट आतंकवादी हमले से निपटने और कुल मिलाकर पाकिस्तान नीति की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता आदित्य सिंधिया ने कहा कि जब रक्षा और गृह मंत्रालयों में सामंजस्य नहीं है तो कैबिनेट समिति का इस स्थिति में कोई बैठक आयोजित नहीं किया जा सकता ‘यह प्रभावी नहीं केवल प्रदर्शनी होगा।
सिंधिया ने कहा कि सरकार अकेले चलो की नीति पर अमल नहीं कर सकती उसे ऐसे महत्वपूर्ण समय विपक्ष को भी विश्वास में लेना चाहिए। कांग्रेस ने कहा कि कैबिनेट समिति सयानत की बैठक तो नहीं किया गया। गृहमंत्री ने अपने ट्विटर पर लिखा था कि हम आतंकवादियों को मार दिया। रक्षा मंत्री इस समय गोवा में एक पार्टी कार्यकर्ता के शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।