परनब मुखर्जी को बंगलादेश का आला एज़ाज़

ढाका, 05 मार्च: ( पी टी आई ) बंगलादेश ने आज सदर जमहूरीया परनब मुखर्जी को 1971 में इस मुल्क की जंग-ए-आज़ादी के लिए उन के गिरांक़द्र रोल पर अपना दूसरा आला तरीन एज़ाज़ अता किया ।

1971 में हमारी जंग-ए-आज़ादी के तुएं आप की ताईद-ओ-हिमायत इंसानियत और इंसाफ़ के काज़ में काम आई ….. आप की ताईद ने हमें हिम्मत और तहरीक बख़्शी सदर ज़लुर्रहमन ने मिस्टर मुखर्जी को आज शाम यहां सदारती महल (बंगा भवन )के दरबार हाल में मुनाक़िदा तक़रीब में बंगला देश मुक्ती जोधो सन मनौना (लिबरेशन वार्ड एवार्ड) हवाले करने के बाद ये रिमार्कस किए ।

77 साला मुकर्जी ने वज़ीर-ए-आज़म शेख हसीना के बिशमोल ज़ाइद अज़ 200 मुक़ामी और बैरूनी शख्सियतों की जानिब से पुरजोश इस्तिक़बाल के दरमियान बंगला एज़ाज़ क़बूल किया। सदर जमहूरीया ने अपने रद्द-ए-अमल में कहा , मुझे ये बावक़ार एवार्ड क़बूल करते हुए ग़ैरमामूली इज़्ज़त अफ़्ज़ाई का एहसास हो रहा है और मेरा मानना है कि मेरा रोल काफ़ी महिदूद रहा ।

क़ब्ल अज़ीं मिस्टर मुखर्जी ढाका यूनीवर्सिटी में डाक्टर आफ़ लॉ की एज़ाज़ी डिग्री हासिल करते हुए जज़बात से मग़्लूब हो गए । उन्होंने बताया कि उनकी जड़ें बंगाल से वाबस्ता है और उनकी शरीके हयात बंगला देश से ताल्लुक़ रखती हैं ।अपने अव्वलीन दौरे का भी उन्होंने अपनी तक़रीर में तज़किरा किया जिस पर तक़रीबन 10 हज़ार से ज़्यादा सामईन ने ज़बरदस्त तालियों की गूंज में उनकी तक़रीर पर ख़ुशी का इज़हार किया।

दरि असना ढाका की इस होटल के बाहर जहां सदर जमहूरीया हिंद का अपने सहि रोज़ा सरकारी दौरा में क़ियाम है , देसी साख़ता ख़ाम बम का हल्की शिद्दत के साथ धमाका हुआ । वज़ारत उमोर ख़ारेजा तर्जुमान सय्यद अकबर उद्दीन ने इस धमाका की तसदीक़ की जिस में कोई भी ज़ख़मी नहीं हुआ ।