पसमांदा मुस्लमानों के लिए कोटा मुक़र्रर करने पर ग़ौर

नई दिल्ली ०२ दिसम्बर: (पी टी आई) वज़ीर-ए-क़ानून सलमान ख़ुरशीद ने कहा कि हुकूमत दीगर पसमांदा तबक़ात (ओ बी सीज़) के लिए मुक़र्ररा 27 फ़ीसद कोटा से पसमांदा मुस्लमानों के लिए तहफ़्फुज़ात देने पर ग़ौर कर रही है ।

इस सिलसिला में फ़ैसला बहुत जल्द किया जाएगा। पार्लीमेंट हाउज़ के बाहर अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मुलाज़मतों में 27 फ़ीसद ओ बी सी कोटा के तहत पसमांदा मुस्लमानों के लिए भी ये कोटा मुक़र्रर करने का जायज़ा लिया जा रहा है।

इस ताल्लुक़ से काबीना में बहुत जल्द फ़ैसला किया जाएगा। इस सिलसिला में हम काम कर रहे हैं, गुज़श्ता दो साल से हुकूमत के एजंडा में ये मसला शामिल है। उन्होंने मज़ीद कहा कि हमारे मंशूर में हम ने जो कुछ भी अह्द किया है , इस ताल्लुक़ से कर्नाटक , केराला ,आंधरा प्रदेश और तमिलनाडु में इसी ख़ुतूत पर पसमांदा अक़ल्लीयतों के लिए तहफ़्फुज़ात दिए जाऐंगे ।

हमें उम्मीद है कि हम ने अह्द की तकमील करेंगी। इस पर हम ने अब तक कोई ऐलान या फ़ैसला नहीं किया है। क़ानून के तहत ही ओ बी सी की बुनियादों पर तमाम तहफ़्फुज़ात दिए जा सकते हैं। इस ख़सूस में इंदिरा साहनी फ़ैसला पर अमल किया जा सकता है ।

इस बात का एतराफ़ करते हुए पसमांदा मुस्लमानों के लिए पहले ही तहफ़्फुज़ात दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन तहफ़्फुज़ात पर मूसिर अमल आवरी नहीं हो रही है। सच्चर कमेटी ने भी इस की निशानदेही की है।

उत्तरप्रदेश में असेंबली इंतिख़ाबात से क़बल ये फ़ैसला किया जा सकता है । जहां हुक्मराँ कांग्रेस पार्टी को दुबारा इक़तिदार हासिल करने केलिए सख़्त जद्द-ओ-जहद करनी पड़ रही है।

यू पी इंतिख़ाबात से क़बल फ़ैसला किए जाने से मुताल्लिक़ पूछे जाने पर सलमान ख़ुरशीद ने ब्रहमी से कहा कि क्या हमें रियासत में इंतिख़ाबात से क़बल अपना काम काज छोड़ देना चाहीए ? जो कुछ हम कर रहे हैं वो हमारी ज़िम्मेदारी है।