ईस्लामाबाद नई दिल्ली 24 अक्टूबर ( पी टी आई) हिंदूस्तानी फ़ौज का एक हैलीकाप्टर आज ग़लती से पाकिस्तानी मक़बूज़ा कश्मीर में दाख़िल हो गया । जहां पाकिस्तानी फ़ौज ने इस हैलीकाप्टर को उतरने पर मजबूर करते हुए इस में सवार चार फ़ौजी मुलाज़मीन को अपनी तहवील में ले लिया लेकिन इस बोहरान को जल्द हल कर लिया गया ।
बादअज़ां हैलीकाप्टर को अमला के साथ हिंदूस्तान वापिस होने की इजाज़त दे दी गई । फ़ौजी हुआ बाज़ी से वाबस्ता हैलीकाप्टर चीता को जिस में तीन औसत दर्जा के आफ़िसरान और एक जूनीयर ऑफीसर सवार थे ।
पाकिस्तानी फ़ौज की तरफ़ से उतार लिए जाने के बाद दोनों मुल्कों के फ़ौजी-ओ-सिफ़ारती चैनलों ने इस बोहरान को हल करने केलिए सरगर्म मसाई का आग़ाज़ कर दिया गया था जिस के नतीजा में पाँच घंटे से भी कम वक़फ़ा में इस हैलीकाप्टर कोमा मुसाफ़िर यन छोड़ दिया गया और वो कारगिल वापिस पहुंच गया ।
बावर किया जाता है कि मौसम की ख़राबी के सबब ये हैलीकाप्टर लाईन आफ़ कंट्रोल को उबूर करते हुए पाकिस्तानी मक़बूज़ा कश्मीर में पहुंच गया था । हैलीकाप्टर की बहिफ़ाज़त रिहाई पर हिंदूस्तान ने आराम-ओ-इतमीनान की सांस ली और कहा कि इस मसला को हल करने के लिए पाकिस्तान ने जिस अंदाज़ में काम किया है वो उस की भरपूर सताइश करता है ।
नई दिल्ली में वज़ारत-ए-ख़ारजा ने कहा कि हमें इतमीनान होगया है कि हमारे आफ़िसरान हैलीकाप्टर के साथ हिंदूस्तान वापिस पहूंच चुके हैं। इस मसला को हल करने केलिए पाकिस्तान ने जिस अंदाज़ में काम किया है इस की भरपूर सताइश करते हैं । पाकिस्तानी फ़ौज ने कहा इस हैलीकाप्टर को लाईन आफ़ कंट्रोल से 20 केलो मीटर दूर सकार डू के क़रीब ओलडिंग सैक्टर पर लैंडिंग के लिए मजबूर किया गया था जब वो फ़िज़ाई हदूद की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए इस मुल्क में दाख़िल हुआ था ।
हैलीकाप्टर में सवार चार हिंदूस्तानी आफ़िसरान को फ़ौजी तहवील में भी लिया गया था और पूछगिछ के बाद छोड़ दिया गया । पाकिस्तानी फ़ौज के तर्जुमान आला मेजर जनरल अतहर अब्बास ने इल्ज़ाम आइद किया कि हिंदूस्तानी हैलीकाप्टर ने पाकिस्तानी फ़िज़ाई हदूद में दूर तक दरअंदाज़ी की थी लेकिन ये नहीं कहा कि इस को लैंडिंग के लिए किस तरह मजबूर किया गया था ।
हिंदूस्तानी फ़ौज के ब्यान में कहा गया है कि मौसम की ख़राबी के सबब ये हैलीकाप्टर पाकिस्तानी मक़बूज़ा कश्मीर के गलतारी सैक्टर में दाख़िल होगया था । ब्यान में मज़ीद कहा गया है कि ये हैलीकाप्टर रोज़मर्रा के इंतिज़ामीया और देख भाल के काम के ज़िमन में लीहा से द्रास सैक्टर के बमहाट सैक्टर में एक दूसरे चीता हैलीकाप्टर की दरूस्तगी के लिए रवाना हो रहा था ।