ईस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आज माली साल 2012 के अपने सेना बजेट में लगभग दस गुना बढावा करके उसे 545 अरब रुपया कर दिया। सरकारी बजेट दस्तावेजों के मुताबिक जो पाकिस्तानी पार्लीमेंट में पेश की गएं, ये बजेट इस साल के 495 अरब रुपये के बजेट में दस गुना बढावा है।
फ़ौज के तीनों वीभागों और हथियारों की ख़रीदारी के प्रोग्राम के लिए तय कि गइ रक़म कि बाबत अभि मालुम नहीं होसका। पाकिस्तान कि हुकुमत रिवायती एतबार से हिंदूस्तान के साथ रिवायती मुसावात और तवाज़ुन बरक़रार रखना चाहती है, लेकिन उस की लड़खड़ाती मईशत ने हुकूमत को मजबूर कर दिया है कि फ़ौज के अख़राजात को तरक़्क़ीयाती और फ़लाही प्रोग्रामों के तनासुब में रखा जाए।
आतंकवाद के ख़िलाफ़ जंग के खर्चों और अमेरीका की पाकिस्तान को सेना के खर्चों के लिये दिजाने वाले रकम में कमी से पाकिस्तान के सेना बजेट पर बहुत बडा असर पडा है, लेकिन माहिरीन का कहना है कि हुकूमत अक्सर फ़ौज के अहम प्रोग्रामों के लिए फंड्स खास करती है और न्यूक्लीयर हथियारों के लिए भी फंड्स खास किए जाते हैं, जिन की झलक सेना बजेट में नज़र नहीं आती।