पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद इमरान खान ने रविवार को देश के नाम पहला संबोधन दिया। इसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनकी सरकार नेशनल एक्शन प्लान के तहत आतंकवाद से लड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ने के लिए हम नेशनल एक्शन प्लान में संशोधन कर उसे और सशक्त बनाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को सुधारना चाहता है।
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान ने मौजूदा ऋण संकट के लिए पूर्ववर्ती पीएमएल-एन सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि अपने समूचे इतिहास में देश इतना ऋणग्रस्त कभी नहीं रहा, जितना पिछले 10 साल में हो गया है।
देश पर यह कर्ज बढ़कर 28000 अरब रुपये हो गया है। देश के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में खान ने पाकिस्तान की आर्थिक चुनौतियां चिन्हित कीं और स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में कमियों को रेखांकित किया।