नई दिल्ली: उरी आतंकी हमले के बाद भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएएसए) अजीत डोभाल और पाकिस्तानी एनएसए जनरल नसीर जंजुआ के बीच टेलिफोन पर बातचीत हुई थी। पाकिस्तानी विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने दावा किया है कि दोनों देशों के एनएसए के बीच नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने के संबंध में बातचीत हुई थी। हालांकि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि पहले बात किसने की, भारतीय एनएसए या जंजुआ ने? मीडिया रिपोट्र्स में दावा किया गया है कि दोनों देशों के बीच बातचीत हुई थी और भारत-पाक सीमा पर तनाव कम करने की अपील हुई। पाकिस्तान की ओर से बातचीत होने का बयान तब आया है जब पाकिस्तान ने दो जगह सीजफायर का उल्लंघन किया। जम्मू कश्मीर के पुंछ और पंजाब के गुरदासपुर में पाक की तरफ से गोलीबारी की गई। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी एनएसए ने भारतीय एनएसए को रविवार शाम को फोन में बताया कि भारत को मजबूरन सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देना पड़ा।
इसी बीच पाकिस्तान के इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा का कहना है कि एलओसी का उल्लंघन कर की गई कार्रवाई में किसी की भी दिलचस्पी नहीं है। पाकिस्तान न तो ऐसी कार्रवाई चाहता है और न ही उसकी तनाव बढ़ाने की कोई इच्छा है। युद्ध को बढ़ावा देने की सारी कार्रवाई भारत की तरफ से ही होती है। बाजवा ने भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के दावे को भी पूरी तरह नकार दिया है। बाजवा ने यहां तक कह डाला कि भारतीय पीम नरेन्द्र मोदी सर्जिकल स्ट्राइक की बात कहकर अपने देश के लोगों को भटका रहे हैं। वे कश्मीर मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस पूरे मसले पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से बातचीत कर मामले की पूरी जानकारी ली है। वहीं डोभाल ने भी जम्मू कश्मीर में मौजूद सेना के आला अधिकारियों से बातचीत की है। गौरतलब है कि पिछले दिनों उड़ी में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई की गई थी। इसमें आतंकियों के कई ठिकानों नष्ट किया गया था और कई आतंकी भी मारे गए थे। इसके बाद से ही इस बात की आशंका थी कि आतंकी सेना के कैंप या फिर भीड़ वाली जगहों को निशाना बना सकते हैं। इसको देखते हुए सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया था।