पाक । अमरीका इख्तेलाफ़ात को दूर करने की कोशिश

पाकिस्तान और अमेरीका ने आज तस्लीम किया कि उन्हें अपने ताल्लुक़ात में पाए जाने वाले इख्तेलाफ़ात की यकसूई करनी है। गुज़शता साल से अब तक बाहमी ताल्लुक़ात में अबतरी पैदा हुई है। इस अबतरी को दूर करने के लिए ग़ैरमामूली मसाएल जैसे गै़रक़ानूनी सी आई ए ड्रोन हमले को रोकना और अफ़्ग़ानिस्तान जाने वाली नाटो सरबराही वाले रास्तों की दुबारा कुशादगी शामिल हैं।

अमेरीका के दौरा कुनुंदा ख़ुसूसी नुमाइंदा मार्क गुरु सुमन और पाकिस्तानी सियोल फ़ौजी ओहदेदारों ने अपनी मुलाक़ात के दौरान इन ग़ैरमामूली मसाएल पर तवज्जा दी। ओहदेदारों ने बताया कि अमेरीका के दौरा कुनुंदा गुरु सुमन ने फ़ौजी सरबराह जनरल इशफ़ाक़ परवेज़ क्यानी, वज़ीर-ए-ख़ारजा हिना रब्बानी खर और मोतमिद ख़ारिजा जलील अब्बास जीलानी से अलहैदा अलहैदा मुलाक़ात की। जीलानी ने गुरु सुमन के साथ मुशतर्का न्यूज़ कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि हम ड्रोन हमलों को गै़रक़ानूनी तसव्वुर करते हैं।

ये हमले ग़ैर तामीरी और नाक़ाबिल‍ ए‍ कुबूल हैं।

ये ऐसा मसला है जिस पर आला सतही सीवीलीयन ( Civilian) और फ़ौजी आला क़ियादत के साथ बातचीत की जानी चाहीए। पाकिस्तान को तवक़्क़ो है कि अमेरीका के साथ बातचीत से मसाएल हल होंगे। बाहमी ताल्लुक़ात पर हालिया नज़रसानी के पेशे नज़र पार्लीमेंट में बाअज़ रहनुमा या ना ख़ुतूत वज़ा किए हैं।