नई दिल्ली, 27 अप्रैल: बी जे पी तक रसाई के ज़रिये पार्लिमानी तात्तुल का ख़ातमा करते हुए कलीदी फ़ैनांस बल्ज़ को जल्द मंज़ूर करवाने के लिए हुकूमत की कोशिशों को आज धक्का लगा जब असल अपोज़ीशन जमात ने इशारा दिया है कि 2G अस्क़ाम पर मुशतर्का पार्लिमानी कमेटी (जे पी सी) सदर नशीन पी सी चाकू की तरफ़ से तैयार करदा रिपोर्ट के मुसव्वदा को ख़त्म करने का यक़ीन दिलाए बगै़र वो हुकूमत से तआवुन करने के लिए तैयार नहीं।
वज़ीरे पार्लिमानी उमूर कमल नाथ ने पार्लिमानी रुकावटों के ख़त्म करने का रास्ता तलाश करने के लिए एन डी ए के कारगुज़ार सदर नशीन एल के अडवानी से मुलाक़ात की थी। पार्लिमानी इजलास को ख़त्म करने के लिए अब चूँकि बमुश्किल 9 दिन बाक़ी रह गए हैं। कलनाथ ने रेलवे बजट और फ़ैनांस बिल की मंज़ूरी के लिए पुरसुकून अंदाज़ में पार्लिमानी कार्रवाई चलाने के लिए बी जे पी से तआवुन तलब किया था।
ज़राए ने कहा कि अडवानी ने कमल नाथ को मश्वरा दिया कि लोक सभा में अपोज़ीशन लीडर सुषमा स्वराज से इस मसले पर बातचीत की जाये जो पीर को कर्नाटक में बी जे पी की इंतिख़ाबी मुहिम में हिस्सा लेंगी, लेकिन अडवानी ने ये वाज़िह कर दिया कि 2G इस्पेक्टरम अस्क़ाम पर जे पी सी की रिपोर्ट के मुतनाज़ा मुसव्वदा को बी जे पी हरगिज़ क़ुबूल नहीं करेगी। राज्य सभा में अपोज़ीशन लीडर अरूण जेटली ने कहा कि तआवुन और तसादुम एक साथ नहीं चल सकते।
उन्होंने कहा कि कोयला बलॉक अस्क़ाम पर सी बी आई के हलफनामे ने हुकूमत के इस दावे को ग़लत साबित कर दिया है कि इस तहक़ीक़ाती इदारे की कारकर्दगी में कोई मुदाख़िलत नहीं की जा रही है और इन तमाम मसाइल को बी जे पी की जानिब से पार्लियामेंट में उठाया जाएगा। बी जे पी ने लोक सभा स्पीकर के लिए कांग्रेस के इस मुतालिबे को भी ख़त्म कर दिया कि जे पी सी के तीन अरकान यशवंत सिन्हा, जसवंत सिंह और रवी शंकर प्रसाद को कमेटी से एकतरफ़ कर दिया जाये, क्योंकि वो माज़ी की एन डी ए दौरे हुकूमत में टेलिकॉम पालिसी के निगरान विज़ारती ग्रुप का एक हिस्सा थे।
पार्लिमानी रुकावट बरक़रार रहने की सूरत में यू पी ए हुकूमत शोर शराबा के दौरान ही फ़ैनांस बिल मंज़ूर करने पर मजबूर हो जाएगी। बी जे पी बिलख़ुसूस जे पी सी रिपोर्ट में शामिल इस इलिज़ाम पर चिराग़-ए-पा है कि साबिक़ अटल बिहारी वाजपाई हुकूमत ने सरकारी ख़ज़ाने को 42,000 करोड़ रुपये का नुक़्सान पहुंचाया था। इस पर जे पी सी से बी जे पी के तीन अरकान की बरतरफ़ी के लिए कांग्रेस के मुतालिबे ने बोहरान को मज़ीद संगीन बनादिया है।