पार्लीमैंट का पूरा मानसून इजलास एहतिजाज की नज़र होने का अंदेशा

बी जे पी अपने मौक़िफ़ पर अटल , कई अप्पोज़ीशन पार्टीयां कार्रवाई में ख़ललअंदाज़ी के बजाय मुबाहिसे की ख़ाहां , बी जे पी यक्का-ओ-तन्हा पार्लीमैंट के मानसून इजलास का बाक़ी हिस्सा भी अंदेशा है कि ज़ाए होजाएगा । क्योंकि बी जे पी वज़ीर-ए-आज़म से इस्तीफ़ा के अपने मुतालिबे पर अटल है । हालाँकि वो अप्पोज़ीशन पार्टीयों में यक्का-ओ-तन्हा होकर रह गई है । कई अप्पोज़ीशन पार्टीयां पार्लीमैंट की कार्रवाई में ख़ललअंदाज़ी के बजाय मुबाहिस की ख़ाहां हैं ।

एन डी ए में भी बी जे पी की अहम हलीफ़ जनतादल (यू) बी जे पी के अटल मौक़िफ़ की वजह से बेचैनी महसूस कररही है । क्योंकि इस से मानसून इजलास का पूरा एक हफ़्ता पहले ही ज़ाए होचुका है । बी जे पी के ज़राए के बमूजब पार्टी वज़ीर-ए-आज़म के ईस्तीफ़ा का अपना मुतालिबा तर्क नहीं करेगी और चाहे बिलकुल अकेले ही क्यों ना होजाए वो पार्लीमैंट की कार्रवाई में ख़ललअंदाज़ी करती रहेगी ।

बी जे पी ने आज अपने क़ाइदीन का एक इजलास कल तलब किया ताकि मज़ीद हिक्मत-ए-अमली पर ग़ौर किया जा सके । क़ब्लअज़ीं एन डी ए का इजलास कल मुनाक़िद करने का मंसूबा था लेकिन बी जे पी ने अंदाज़ा लगा लिया था कि इस की तमाम हलीफ़ पार्टीयां उस की ताईद में नहीं हैं । जिस की तजवीज़ वो इजलास में पेश करनेवाली थी ।

क़ाइद अप्पोज़ीशन लोक सभा सुषमा स्वराज ने भी दीगर अप्पोज़ीशन पार्टीयों बिशमोल बाएं बाज़ू की ताईद हासिल करने का मश्वरा दिया । उस की तौसीक़ करते हुए सी पी आई क़ाइद गुरूदास दास गुप्ता ने बी जे पी पर इस के सख़्त मौक़िफ़ की वजह से तन्क़ीद करते हुए उसे बद बख्ता ना क़रार दिया और कहा कि इस से जमहूरीयत के इक़दार कमज़ोर होरहे हैं ।

क़ौमी इत्तिहाद जो करप्शन के ख़िलाफ़ पैदा हुआ है । कमज़ोर पड़ रहा है । दीगर अप्पोज़ीशन पार्टीयां जैसे तलगुदेशम और बी जनतादल भी बी जे पी के मौक़िफ़ की ताईद करना नहीं चाहतीं । समाजवादी पार्टी और बी एस पी भी कार्रवाई में ख़ललअंदाज़ी पर मुबाहिसे को तर्जीह देती हैं ।

हुकूमत चाहती है कि पार्लीमैंट की कार्रवाई जारी रहे ताकि वज़ीर-ए-आज़म ब्यान दे सकें लेकिन अगर ऐसा ना हो तो वज़ीर-ए-आज़म मुल्क के नाम अपना पैग़ाम टेलीविज़न पर ख़िताब के ज़रीया या किसी दूसरे मौक़ा पर ज़राए इबलाग़ के ज़रीया सी ए जी रिपोर्ट ज़राए कोयला ब्लॉक्स मुख़तस करने के बारे में अपना मौक़िफ़ वाज़िह करेंगे ।

वज़ीर-ए-आज़म इल्ज़ामात की तरदीद करने तैय्यार हैं । इन का कहना है कि 1.86 लाख करोड़ रुपय का नुक़्सान गुमराह कण और ग़ैर दरुस्त तख़मीना है । उन्हों ने अपना 6 नकाती ब्यान जारी किया था । जिस में ये बात कही गई थी । बी जे पी के तर्जुमान राजीव परताब गोडी ने भी एतराफ़ किया कि सुषमा स्वाराज कई अप्पोज़ीशन क़ाइदीन से बात करके मुत्तफ़िक़ा तौर पर वज़ीर-ए-आज़म के इस्तीफ़ा का मुतालिबा की ख़ाहिश करचुकी हैं ।

इस सवाल पर कि क्या पार्लीमैंट की कार्रवाई जारी रह सकेगी । उन्हों ने जवाब दिया कि हम कल देखेंगे लेकिन करप्शन के ख़िलाफ़ जंग को कमज़ोर होने नहीं दिया जाएगा