वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने अपोज़ीशन से अपील की कि वो पार्लीयामेंट की रुकावट कार्रवाई केलिए तआवुन करें और कहा कि हुकूमत मानसून इजलास में तमाम मसाइल पर मुबाहिस करने केलिए तैयार हैं । वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने पार्लीयामेंट के बाहर अख़बारी नुमाइंदों से ख़िताब करते हुए कहा कि गुज़िशता दो तीन इजलासों में काफ़ी वक़्त ज़ाए करचुके हैं और उम्मीद करचुके हैं कि जारीया इजलास में इसका इआदा नहीं होगा ।
उन्होंने कहा कि हुकूमत ऐवान पार्लीयामेंट में तमाम मसाइल पर बेहस करने के लिए तैयार हैं । उन्होंने कहा कि इजलास हक़ीक़ी तामीरी और पैदावारी होना चाहीए और इस के ठोस नताइज बरामद होने चाहिऐं । ग़िज़ाई तमानीयत बिल पर सदारती हुक्मनामे के बिशमोल एक ज़बरदस्त एजंडा एक माह तवील मानसून इजलास केलिए तय किया जा चुका है जिसका आग़ाज़ होगया ।
कई सियासी पार्टीयां बिशमोल बी जे पी ने कहा कि वो उसूली एतबार से ग़िज़ाई तमानीयत बिल की ताईद करती है । कई दीगर मसाइल बिशमोल अलहदा रियासत तेलंगाना का फ़ैसला भी लोक सभा और राज्य सभा की कार्रवाई के इबतिदाई चंद दिनों में अपना असर मुरत्तिब करसकता है क्योंकि इस तबदीली पर आंध्रप्रदेश से ताल्लुक़ रखने वाले अरकान-ए-पार्लीयामेंट बरहम हैं ।
सीमा आंध्रा इलाक़े से ताल्लुक़ रखने वाले कई कांग्रेसी और तेलगूदेशम पार्टी के अरकान-ए-पार्लीयामेंट इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ बतौर-ए-एहतजाज अपने इस्तीफे पेश करचुके हैं लेकिन कांग्रेस की क़ियादत ने इस्तीफ़ा मंज़ूर नहीं किए वो अपनी पार्टी के अरकान-ए-पार्लीयामेंट और वुज़रा को तरग़ीब दे रही है कि वो बग़ावत ना करें ।
वज़ीर-ए-आज़म पहले ही इस क़ानून की मंज़ूरी केलिए अपोज़ीशन से तआवुन तल्ब करचुके हैं और कह चुके हैं कि ग़िज़ाई सयानत बिल का आर्डीनैंस इंतिहाई अहम है । मर्कज़ी वज़ीर फाईनानस पी चिदम़्बरम अहम इस्लाही क़वानीन की ताईद केलिए बी जे पी से रब्त पैदा करचुके हैं ।
जैसे इंशोरंस और पैंशन के शोबों को खोल देना है लेकिन वो बी जे पी से कोई तायक़ून हासिल करने में नाकाम रहे । चिदम़्बरम ने बी जे पी क़ाइदीन सुषमा स्वराज ,अरूण जेटली ,यशवंत सिन्हा से मालीयाती बिल पर तबादला-ए-ख़्याल किया था जो इजलास के दौरान ज़ेर-ए-ग़ौर बिल्स की फ़हरिस्त में शामिल हैं ।