क़र्ज़दारों की हिरासानी से बचने के लिए गै़रक़ानूनी तौर पर देसी साख़ता पिस्तौल और कारतूस रखने के इल्ज़ाम में टास्क फ़ोर्स नॉर्थ ज़ोन टीम ने पुराने शहर से ताल्लुक़ रखने वाले एक नौजवान को गिरफ़्तार करलिया ।
बताया जाता है कि 29 साला गणेश मुंदड़ा उर्फ़ सोनू उर्फ़ राजकुमार साकन मूसा बावली चारमहल , बेगम पेट में वाक़्ये जीन्स हॉस्टल में मुक़ीम था ।
गणेश बी काम की तालीम छोड़ने के बाद कारों की ख़रीद-ओ-फ़रोख़त का कारोबार शुरू कर दिया था जिस में इस ने दरमयानी शख़्स का रोल अदा करते हुए 7 कारें फ़रोख़त कीं लेकिन इस कारोबार से हासिल होने वाली रक़म को मुताल्लिक़ा अफ़राद के हवाले नहीं किया जिस के सबब इस के ख़िलाफ़ 7 धोका दही के मुक़द्दमात पंजा गट्टा , जुबली हिलज़ , एल्बी नगर , कुशाई गौड़ा और आर सी पुरम पुलिस स्टेशन में दर्ज किए गए थे और उसे गिरफ़्तार भी किया गया ।
चीरला पली जेल में इस ने नई दिल्ली के विकास सिंह उर्फ़ विक्की जो डकैती और क़तल की संगीन वारदातों में मुलव्वस है से दोस्ती की और ज़मानत पर रहा होने के बाद गणेश मुंदड़ा ने विकास को क़र्ज़दारों की हिरासानी के बारे में वाक़िफ़ करवाया जिस पर विकास सिंह ने 50 हज़ार रुये में देसी साख़ता पिस्तौल और 4 कारतूस गणेश को फ़राहम किए ।
गिरफ़्तार गणेश के क़बज़े से टास्क फ़ोर्स ने हथियार बरामद करते हुए उसे बेगम पेट पुलिस के हवाले कर दिया ।