साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ दिन पहले अमेरिका के सदर बराक ओबामा आये थे। इसके लिए खूब ढोल पीटा गया। इसमें कोई नयी बात तो थी नहीं। वह तो पहले भी भारत आये थे। खबर में दिखाया गया, ‘अमेरिका से आया मेरा दोस्त’। उनके आने से क्या हुआ? वजीरे आजम ने उनके सामने घुटने टेक दिये। वह जुमा को औरंगाबाद जिले के मदनपुर ब्लॉक के सलैया गांव में इजलास को खिताब कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत व अमेरिका में अटॉमिक पावर का मूआहिदा हुआ है। ऐसा ही एक मूआहिदा 2008 में कांग्रेस हुकूमत के मुद्दत में हुआ था, जिसका इन्हीं लोगों ने मुखालिफत किया था। लेकिन, हुकूमत में आते ही इन लोगों ने मूआहिदा कर लिया। उन्होंने कहा कि दुनिया के बाजार में कच्चे तेल के दाम काफी घटे हैं। लेकिन, उस हिसाब से यहां डीजल-पेट्रोल के दाम नहीं घटे।
मुल्क जिस दौर से गुजर रहा है, वह फिक्र की बात है। मुल्क को आजाद करानेवाले महात्मा गांधी साउथ अफ्रीका से 1915 में मुल्क आये। अंगरेजों को चैलेंज दी। उन्हें भारत छोड़ने को मजबूर कर दिया। ऐसे लोग 100 नहीं हजारों सालों में पैदा होते हैं। लेकिन, अब उनके क़ातिल का बखान किया जा रहा है। गोडसे को देशभक्त कहा जा रहा है।