केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इन बातों को बकवास करार दिया कि ज्यादातर मंत्री रिश्वत लेते हैं और चुनौती दी कि कोई यह साबित कर दिखाए कि उसने ऐसी कोई पेशकश की.
उन्होंने बीबीसी से कहा, ‘क्या आप भारत या दुनिया में कोई भी ऐसा व्यक्ति ढूढ़ पाएंगे जो मेरे सामने खड़ा होकर कहेगा कि मैंने आपको एक भी रुपया रिश्वत दिया. यह कहना बिल्कुल ही बकवास है कि ज्यादातर मंत्री रिश्वत लेते हैं .’
उनसे इस धारणा के बारे में पूछा गया था कि ज्यादातर मंत्रियों ने कभी न कभी रिश्वत ली और क्या उन्हें भी रिश्वत मिली या लालच दिया गया.
जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत नौ फीसदी की विकास दर पर लौटेगा, उन्होंने कहा, ‘जब निवेश 37-38 फीसदी हो जाएगा हम नौ फीसदी वृद्धि दर पर लौटेंगे.’
उन्होंने कहा कि काफी कुछ वैश्विक अर्थव्यवस्था पर निर्भर करता है. इसी के साथ उन्होंने जवाबी सवाल किया, ‘क्या आप मुझे बता सकते हैं कि कब वैश्विक अर्थव्यवस्था चार फीसदी की दर से विकास करेगी?.’
वर्ष 2008 में वैश्विक वित्तीय बाजार के टूटने से भारत की विकास दर लुढ़क गयी, उससे पहले भारत नौ फीसदी की दर से विकास कर रहा था . वर्ष 2011-12 में देश की वृद्धिदर लुढ़ककर नौ साल की सबसे निचली दर 5.6 फीसदी पर आ गयी.