मसनुआत वज़ीर जय प्रकाश भाई पटेल के बॉडी गार्ड से चोरी गयी दो एके 47 राइफल और 150 गोलियां मिल गयी हैं। खबर है कि वज़ीर पटेल की मिलीभगत से ही जवानों के हथियारों की चोरी हुई थी। ज़राये के मुताबिक वज़ीर की हिफाजत में तैनात स्पेशल ब्रांच के सिपाही नवनीत तिवारी ने पूछताछ के दौरान इसका खुलासा किया है।
नवनीत की निशानदेही पर ही पुलिस ने हजारीबाग में डिस्टिक बोर्ड चौक के आगे तालाब के किनारे झाड़ी से चोरी गयी दोनों एके -47 और 150 गोलियां बरामद की हैं। नवनीत तिवारी की सर्विस रिवाल्वर की तलाश की जा रही है। इसके लिए पुलिस को वज़ीर के एक करीबी की तलाश है। ज़राये के मुताबिक पुलिस के बड़े अफसरों को भी इसकी इत्तिला है और उन्होंने इसकी जानकारी ऊपर दे दी है। हालांकि आला सतह पर कोशिश हो रही है कि किसी बेगुनाह को इस मामले में फंसा कर वज़ीर को साफ-साफ बचा लिया जाये।
ज़राये के मुताबिक, स्पेशल ब्रांच के सिपाही नवनीत ने पूछताछ के दौरान अफसरों को बताया है कि हथियारों और गोलियों की चोरी में वज़ीर का हाथ है। उसने बताया कि वह छह लाख रुपये का कजर्दार है, पर कर्ज चुका नहीं पा रहा है। जब वज़ीर जयप्रकाश भाई पटेल को उसके कर्ज के बारे में पता चला, तो उन्होंने कहा कि वह एक काम करा दे, तो वे उसका कर्ज चुकाने की इंतेजाम कर देंगे। इसके बाद एक मंसूबा के तहत तमाम लक्ष्यो गये। वहां जवानों को खाना और मिठाइयां खिलायी गयी। खाना और मिठाई में नशीले अश्या मिलाये गये थे। कुछ देर बाद ही जवानों पर नशे का असर होने लगा था। इस दौरान सभी हजारीबाग लौटे। वज़ीर अपने रिहाइशगाह पर सोने चले गये। सेक्यूरिटी अहलकारों को सोने के लिए झील वाक़ेय पीएचइडी के गेस्ट हाउस में भेज दिया गया। सेक्यूरिटी अहलकारों के गहरी नींद में सो जाने के बाद उसने (नवनीत) और वज़ीर के करीबी आदमी ने जैप-एक के जवानों इंदर कुमार छत्री और किशन राय की एके-47 और गोलियां चुरा ली। नवनीत ने अपनी सर्विस रिवाल्वर वज़ीर के आदमी को दे दी। दोनों ने एके-47 और गोलियां को खुसुसि डिवीज़नल ऑफिस और राजेंद्र लॉ कॉलेज के दरमियान में वाक़ेय तालाब के किनारे झाड़ी के पास गाड़ दिये थे। नवनीत ने अपनी सर्विस रिवाल्वर वज़ीर के आदमी को दे दी। सर्विस रिवाल्वर बरामद नहीं की जा सकी है।
करीबियों से पूछताछ शुरू
हथियारों की बरामदगी के बाद पुलिस ने इस वाकिया में शामिल वज़ीर के करीबियों से पूछताछ शुरू कर दी है। दो को सदर थाने में हिरासत में रखा गया है। पुलिस को शक है कि हथियारों को गलत हाथों में देने के मक़सद से चोरी की गयी थी।
पसंद के बॉडीगॉर्ड मांगे थे वज़ीर ने
वज़ीर जयप्रकाश भाई पटेल को स्पेशल ब्रांच की तरफ से दो बॉडीगार्ड दस्तयाब कराये गये थे। वज़ीर ने दोनों बॉडीगार्ड को वापस करते हुए पुलिस महकमा से कहा था कि सिपाही नवनीत कुमार तिवारी और शंकर प्रसाद दसौंधी को उनकी सेक्यूरिटी में तैनात करें। इसके बाद स्पेशल ब्रांच ने दोनों सिपाहियों को उनकी सेक्यूरिटी में तैनात कर दिया था।
23 की रात हुई थी चोरी
असलाह की चोरी की 23 नवंबर की रात हुई थी। 24 नवंबर की सुबह मामला सामने आया। उस वक्त बॉडीगार्ड नवनीत तिवारी गायब था। स्पेशल ब्रांच के अफसर ने पुलिस हेड क्वार्टर को इस बाबत रिपोर्ट भी दी थी। नवनीत तिवारी 25 नवंबर की शाम हजारीबाग पहुंचा था। तब उसका वायरलेस सेट वापस किया गया था।
जांच जारी है
‘‘हथियार बरामद कर लिये गये हैं। आगे की जांच जारी है। इस मामले में जो भी मौलूस होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। डीजीपी