बी जे पी ने आज उत्तरप्रदेश असेंबली से वकफ़ा-ए-सवालात के दौरान वाक आउट किया। पार्टी अरकान ने हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया कि रियासत में बढ़ते हुए जराइम की शरह पर रोक लगाने हुकूमत संजीदा इक़दाम नहीं कररही है।
बी जे पी एम एल एज़ सुरेश कुमार खन्ना, लक्ष्मी कांत बाजपाई और आर एलडी के दलबीर सिंह की जानिब से ये पूछे जाने पर कि रियासत में बढ़ते हुए जराइम की शरह की रोक थाम के लिए हुकूमत के पास किया कोई कारगर तरीक़ा है जिस का जवाब देते हुए वज़ीर बराए पार्लीमानी उमूर आज़म ख़ान ने वज़ीर-ए-आला अखिलेश यादव की जानिब से जवाब देते हुए इन अरकान को जराइम पर क़ाबू पाने के लिए किए जाने वाले इक़दामात की तफ़सील बताई।
खन्ना ने कहा कि रियासत के पुलिस स्टेशनों में दयानतदाराना और मुंसिफ़ाना अंदाज़ में काम नहीं होरहा है जबकि लक्ष्मी कांत बाजपाई ने कहा कि बदायूँ वाक़िये के बाद भी 86 दीगर मुआमलात दर्ज किए गए हैं। ख्वातीन के ख़िलाफ़ जराइम पर नज़र रखने के लिए अखिलेश यादव ने 1099 की हेल्पलाइन के बारे में भी सवाल किया कि आख़िर इस का क्या हुआ?
आज़म ख़ान ने कहा कि हुकूमत इस मसला पर काफ़ी हस्सास है और जहां तक पुलिस स्टेशनों की बेहतर तौर पर कारकर्दगी का सवाल है तो इस बात को यक़ीनी बनाना होगा कि सब इन्सपैक्टर्स और कांस्टेबल्स डयूटी पर शराबनोशी ना करें। उन्होंने नेशनल क्राईम रेकॉर्ड्स बयोरियो के आदाद-ओ-शुमार पेश करते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश 25 वें मुक़ाम पर है।
उन्होंने रियासत उत्तरप्रदेश में जराइम के इन आदाद-ओ-शुमार को भी पेश किया जब रियासत में मायावती, राजनाथ सिंह और कल्याण सिंह ने बहैसियत वज़ीर-ए-आला ख़िदमात अंजाम दिया था।