हैदराबाद 30 नवंबर: पुराने शहर के क्षेत्र मीरचौक में पुलिस की कथित उत्पीड़न से तंग आकर ख्वाजा हसन खां नामक युवक ने आत्महत्या कर ली। चोरी और रहज़नी के मामले में पुलिस चारमीनार से युवा से पूछताछ जारी थी और पुलिस ने बार बार मांग करते हुए इस युवक को उत्पीड़न का शिकार बनाया।
पुलिस उत्पीड़न और न किये हुए अपराध से बदनामी से आहत होकर आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई में नरमी के लिए चारमीनार के क्राइम स्टाफ को एक मध्यम व्यक्ति की द्वारा से 65 हजार रुपये की राशि भी दी गई है बावजूद इसके ख्वाजा हसन को पुलिस की द्वारा से परेशान किया जा रहा था। इस घटना की इत्तेला के साथ ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई और पुलिस बड़ी संख्या हसन खान के मकान पहुंच गई और डीसीपी साउथ सत्य नारायना ने जाए स्थान का निरीक्षण किया।
हालांकि पुलिस ने मुतवफ़्फ़ी के अफ़रादे ख़ानदान की घंटों ज़हन साज़ी करते हुए शिकायत अपने हक़ में करवाने की कामयाब मसाई करली और बावसूक़ ज़राए के मुताबिक़ रात देर गए तक भी पुलिस मीरचैक में शिकायत दर्ज नहीं हुई थी और तमाम मुताल्लिक़ा पुलिस आफ़िसरान डीसीपी साउथ ज़ोन के दफ़्तर में मौजूद थे।
बताया जाता है कि वर्ष 2013 में एक मोटर साइकिल की चोरी हुई थी और यह मोटर साइकिल 15 दिन पहले अतीक नामक युवक चारमीनार पुलिस ने जब्त की थी जो मोटर साइकिल उसने मृतक ख्वाजा हसन खान से ली थी जिसके बाद से ख्वाजा हसन खान के खिलाफ उत्पीड़न शुरू हुआ।
समय-समय पर पुलिस स्टेशन तलब करते हुए मृतक युवक को परेशान किया जाने लगा जिसकी शादी हुए डेढ़ साल का ही समय बीता था और इको 7 महीने की लड़की भी है। चारमीनार पुलिस स्टेशन से जुड़े डी एस आई राजा रेड्डी पर आरोप है कि इस अधिकारी ने पैसे देने के बावजूद भी ख्वाजा हसन को मोटर साइकिल चोरी के मामले के अलावा अन्य मामलों में भी फांसी की धमकी दी थी।