शहर में चौकसी और पुलिस निज़ाम में मज़ीद बेहतरी के लिए सिटी पुलिस ने नए तरीकेकार को राइज करने का फ़ैसला किया है। हॉक आई शि टीम और पासपोर्ट दरख़ास्तों की जांच के अपने तर्ज़ के मुनफ़रद तरीके कार को राइज करते हुए क़ौमी सतह पर अपनी अलाहिदा पहचान बनाने वाली सिटी पुलिस ने अब पुलिस की गाड़ीयों पर सी सी टी वी कैमरे नस्ब करने का फ़ैसला किया है।
इस तरीके कार पर अमल आवरी के लिए तजुर्बाती इक़दामात भी शुरू कर दिए गए हैं। सनसनीखेज़ वाक़ियात, कशीदा माहौल,फ़िर्कावाराना नौईयत के हालात के इलावा आम दिनों में पुलिस पेट्रोलिंग को मोअस्सर बनाने के लिए इन कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा।
पुलिस की गाड़ी की छत पर नस्ब किए जाने वाले ये कैमरे बज़ाहिर सायरन जैसे दिखाई देंगे लेकिन इन में तीन कैमरे नस्ब होंगे जिन में एक पानटेंट ज़ूम कैमरा रहेगा जो 100 मीटर की दूरी पर होने वाली किसी भी किस्म की सरगर्मी का अहाता करेगा और गाड़ी में इन कैमरों की कारकर्दगी के लिए टी वी सिस्टम रहेगा और एक बटन मौजूद रहेगा जिस के ज़रीए कैमरों की कारकर्दगी को रास्त कमांड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा जो कमिशनेरीएट में मौजूद है।
सिटी पुलिस इस तरीक़ा पर अमल करते हुए मुल्क की पहली पुलिस होने का एज़ाज़ हासिल कर लेगी। ताहम दिल्ली और बैंगलौर में इस तरह के तरीक़ा पर अमल जारी है लेकिन इन बड़े शहरों में पुलिस की गाड़ीयों पर सिर्फ़ एक कैमरा है।
पुलिस ने दोनों कमिशनेरीएट की 500 पुलिस गाड़ीयों पर कैमरे नस्ब करने का फ़ैसला किया है। जल्सा, जुलूसों और रैलीयों और मज़हबी और सियासी प्रोग्रामों के दौरान भी पेट्रोलिंग की इन गाड़ीयों को इस्तेमाल में लाया जाएगा। जैसा कि शोभा यात्रा के दौरान किया गया।
शहर में ट्रैफ़िक जंक्शनों, अहम चौराहों, अहम मुक़ामात, फ़्लाई ओवर्स पर 350 कैमरे मौजूद हैं ताहम पुलिस की गाड़ीयों पर नस्ब किए जाने वाले कैमरों के ज़रीए गली कूचों, छोटे बड़े चौराहों और मुक़ामात पर नक़लो हरकत को रिकार्ड किया जाएगा। गाड़ी के हर सिम्त में 100 मीटर तक होने वाली हर नक़लो हरकत का बा आसानी पुलिस इन कैमरों की मदद से मुशाहिदा कर सकती है।
इस तरीकेकार से पुलिस अमला की कारकर्दगी में भी बेहतरी पैदा होगी। चूँकि कैमरों की मदद से तस्वीरकुशी के बाद तस्वीर को ई चालान शोबा मुंतक़िल कर दिया जाएगा। पुलिस के आला ओहदेदारों का मानना है कि इस तरह के इक़दामात से ट्रैफ़िक जाम में भी कमी वाक़े होगी।