नई दिल्ली, 02 मार्च: पेट्रोलियम की बिक्री पर बढ़ते सब्सिडी बोझ को कम करने के लिए फायनेंस मिनिस्टर पी चिदंबरम ने बजट में ईंधन सब्सिडी के एलाटमेंट में जबरदस्त कटौती कर दी है। तेल कंपनियों ने हुकूमत के इस रुख को देखते हुए बजट के अगले दिन ही पेट्रोल की कीमतों में 1.40 रुपये फी लीटर का इजाफा कर दिया है। नई कीमतें जुमे की आधी रात से लागू हो गईं।
दाम बढ़ने के बाद दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 70.46 रुपये फी लीटर हो गई है। इसमें बढ़ी कीमत पर लगा वैट शामिल नहीं है।
हालांकि नौ रियायती सिलेंडर के बाद दोगुनी कीमत पर एलपीजी खरीदने वाले गाहक को थोड़ी राहत देते हुए तेल कंपनियों ने गैर सब्सिडी वाले सिलेंडरों के दाम में फी सिलेंडर 40 रुपये की कटौती भी कर दी है।
तेल कंपनियों ने पेट्रोल की बढ़ी कीमत के लिए बैनुल अकवामी(अंतर्राष्ट्रीय) बाजार में कच्चे तेल के ऊंचे दाम और डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत को वजह बताया है।
इंडियन ऑयल का कहना है कि जायज़ा अब कच्चे तेल की कीमत 128.57 से बढ़कर 131 डॉलर फी बैरल हो गई है। जबकि इस दौरान रुपया फी डॉलर 53.43 से बढ़कर 54.15 के स्तर पर आ गया है। मालूम हो कि 15 फरवरी को भी तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दामों में 1.50 रुपये का इजाफा इन्हीं वजुहात का हवाला देकर किया था।
कंपनियों का कहना है कि पेट्रोल की फरोख्त पर होने वाले नुकसान की भरपाई हुकूमत नहीं करती है। इसलिए उन्हें इज़ाफा का फैसला लेना पड़ा है। फिलहाल कंपनियों को डीजल बिक्री पर 11.26 रुपये फी लीटर, केरोसिन पर 33.43 रुपये फी लीटर और रसोई गैस पर 439 रुपये फी सिलेंडर का नुकसान हो रहा है। जबकि एक साल में तेल कंपनियों का कुल खसारा (नुकसान) डेढ़ लाख करोड़ रुपये से ज्यादा होने का भी अंदाज़ा है।
गौरतलब है कि पेट्रोलियम मसनूआत(पदार्थों) की फरोख्त पर होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए हुकूमत ने सब्सिडी अलाटमेंट की रकम में करीब 32 फीसदी की कटौती कर दी है। रवा माली साल में इसके लिए महज 65 हजार करोड़ रुपये का इंतेज़ाम किया गया है।
शहर—पेट्रोल—गैर रियायती घरेलू एलपीजी सिलेंडर
दिल्ली—70.46 रुपये—904.5 रुपये
कोलकाता—77.29 रुपये—933 रुपये
मुंबई—77.29 रुपये—919.5 रुपये
चेन्नई—73.57 रुपये—898 रुपये
(आंकड़े रुपये फी लीटर)—(आंकड़े रुपये फी सिलेंडर)
—नई कीमतें 1 मार्च, 2013 आधी रात से लागू।