म्यांमार केतारिकीन वतन अंडमान समुद्र में एक हफ्ते से फंसे हुए हैं।उनके पास न खाने को कुछ है न पीने को पानी है।
हालात इतने खराब हैं कि उन्हें अपना पेशाब पीने को मजबूर होना पड़ रहा है।
अकलीयती मुसलिम रोहिंग्या समुदाय के 350 लोग एक छोटी नाव में सवार थे।नौसेना का इंतज़ार करते इन भूखे प्यासे तारिकीने वतन को कुछ देर पहले ही नौसेना ने भोजन और पानी मुहैया कराया है लेकिन थाइलैंड ने उन्हें देश में दाखिल होने की इजाज़त नहीं दी है।
नाव में सवार लोगों ने मिडिया को बताया कि जहाज का अमला नाव छोड़ कर चले गए और उन्होंने इसका इंजन भी बंद कर दिया।
उन्होंने कहा कि फंसे हुए लोगों में से दस की मौत हो गई हैं। उनके नाश को समुद्र में फेंक दिया गया।