पोप फ्रांसिस ने “जामिया अल अजहर” के मुफ्ती आज़म से की मुलाकात

काहिरा : कैथोलिक ईसाइयों के आध्यात्मिक गुरु पोप फ्रांसिस ने सोमवार को मिस्र की महत्वपूर्ण धार्मिक व्यक्ति मुफ़्ती आज़म जामिया अल अजहर अहमद अत्तैयब से मुलकात की ।

पांच साल पहले सुन्नी मुसलमानों के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक संस्था जामिया अल अजहर और कैथोलिक ईसाइयों के सबसे महत्वपूर्ण केंद्र वेटिकन के बीच वार्ता हुए थे।

इस एक हजार वर्ष प्राचीन मस्जिद और जामिया ने वेटिकन के साथ अपने सारे रिश्ते उस समय समाप्त करने की घोषणा की थी, जब पोप फ्रांसिस के पूर्ववर्ती पोप बेनेडिक्ट सोलह से उत्तरी मिस्र शहर अलेक्जेंड्रिया में एक चर्च के बाहर हुए बम विस्फोट में 23 लोगों की मौत की तीव्र शब्दों में निंदा की गई थी। पूर्व पोप ने इसे ईसाइयों को निशाना बनाने का एक व्यवस्थित रणनीति के तहत किया गया हमला ‘करार दिया था।जामिया अल अजहर ने कहा कि वेटिकन की ओर से लगातार अपमानजनक बयानों के आधार पर उसके साथ सारी बातचीत समाप्त की गई थी।

सन 2013 में पापाए रूम पद संभालने वाले पोप फ्रांसिस मज़हबी संबंधों पर जोर देते आए हैं। दोनों नेताओं की मुलाकात में मुस्कान का यह विनिमय इसी प्रतिबद्धता का व्यक्त था।पोप ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ” इससे संदेश यह लिया जाना चाहिए कि हम साथ बैठे हैं। ”

वेटिकन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने हिंसा और आतंकवाद के विषय पर चर्चा की, जब कि मध्य पूर्व में ईसाइयों की स्थिति और उनके संरक्षण के उपायों के बारे में चर्चा की गई।

पोप फ्रांसिस ने पिछले साल एक बयान में कहा था कि मध्य पूर्व में ईसाइयों की ‘नरसंहार’ की प्रक्रिया को रोका जाए, लेकिन साथ ही उनका कहना था कि इस्लाम को हिंसा से जोड़ना सही प्रक्रिया नहीं।

पिछले हफ्ते अपने एक साक्षात्कार में पोप फ्रांसिस ने कहा था कि ‘विभिन्न देशों की जीत इस्लाम की आत्मा का हिस्सा है’ हालांकि उन्होंने कहा कि ईसाई धर्म में भी यीशु मसीह ने सभी राष्ट्रों को विनम्र करने के निर्देश ‘दिए हैं।