बिहार की वज़ीर बराए समाजी बहबूद प्रवीन अमानुल्लाह ने अपना इस्तीफ़ा पेश करने के एक रोज़ बाद कल वज़ीर आला नीतीश कुमार से मुलाक़ात की लेकिन अपना इस्तीफ़ा वापिस लेने से इनकार करदिया।
वज़ीर आला से मुलाक़ात के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने वज़ीर आला को साफ़ साफ़ कह दिया है कि वो अपने इस्तीफ़ा का फैसला पर नज़रसानी नहीं करेंगी। जब उनसे ये पूछा गया कि क्या वज़ीर आला ने उनसे अपने फैसले पर नज़र-ए-सानी करने की दर्ख़ास्त की थी तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि नीतीश जी ने कहा कि वो मेरे इस्तीफ़ा से दुखी हैं और अपील की थी इस्तीफ़ा वापिस ले लें लेकिन मैं ने कह दिया कि मेरा फैसला अटल है।
नीतीश कुमार आज ही बोध गया से वापिस आए हैं और प्रवीन अमानुल्लाह ने उनसे मुलाक़ात का वक़्त मांगा था और तकरीबन निस्फ़ घंटा तक उनकी बात चीत हुई। जब उनसे इस्तीफ़ा देने की वजह पूछी गई तो उन्होंने सिर्फ़ इतना कहा कि सिस्टम में बेहतरी लाने की ज़रूरत है। प्रवीन अमानुल्लाह एक जानी मानी मुस्लिम क़ाइद हैं।
उन्होंने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार से कोई रंजिश नहीं है। यहां इस बात का तज़किरा बेजा ना होगा कि प्रवीन अमानुल्लाह के आम आदमी पार्टी में शामिल होने की कियास आराईयां भी की जा रही हैं। ये पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि फ़िलहाल उन्होंने कोई क़तई फैसला नहीं किया है और सियासी मुतबादिल की तलाश में हूँ।
दूसरी तरफ़ प्रवीन अमानुल्लाह के करीबी ज़राए ने बताया कि उन्होंने चीफ मनिस्टर केजरीवाल से भी मुलाक़ात की है। इंतिख़ाबात लड़ने और वज़ीर बनने से क़बल प्रवीन अमानुल्लाह एक जानी मानी आर टी आई वर्कर थीं।