प्रिंसिपल सेक्रेट्री अकलीयती बहबूद के ओहदा पर तक़र्रुर के लिए गैर यक़ीनी सूरते हाल

हैदराबाद 27 अप्रैल, ( सियासत न्यूज़) प्रिंसिपल सेक्रेट्री अक़लीयती बहबूद के ओहदा पर तक़र्रुर के सिलसिला में चीफ़ मिनिस्टर के दफ़्तर में ग़ैर यक़ीनी की सूरते हाल बरक़रार है। बताया जाता है कि चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी अक़लीयती बहबूद के प्रिंसिपल सेक्रेट्री की हैसियत से किसी मुतहर्रिक और फ़आल ओहदेदार के तक़र्रुर के ख़ाहां हैं और उन्हों ने इस सिलसिला में बाअज़ सीनियर ओहदेदारों के नामों का पैनल भी तैयार किया है।

लेकिन कांग्रेस के बाअज़ गोशों की जानिब से इस पैनल में शामिल बाअज़ नामों की मुख़ालिफ़त की जा रही है जिस के बाइस प्रिंसिपल सेक्रेट्री अक़लीयती बहबूद के तक़र्रुर का मुआमला तात्तुल का शिकार हो चुका है।

चीफ़ मिनिस्टर के दफ़्तर के ज़राए ने बताया कि ग़ैर यक़ीनी की ये सूरते हाल कब तक बरक़रार रहेगी इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। लेकिन ये बात तए है कि चीफ़ मिनिस्टर बहुत जल्द किसी सीनियर ओहदेदार को अक़लीयती बहबूद के महकमा पर तैनात कर देंगे।

बताया जाता है कि सीनियर ओहदेदारों में बहुत कम ओहदेदार ही अक़लीयती बहबूद के महकमा पर ख़िदमात अंजाम देने के लिए तैयार हैं और जो भी ओहदेदार ख़िदमात अंजाम देने के लिए राज़ी हैं उन्हों ने ये वाज़ेह कर दिया है कि वो किसी भी सयासी दबाव को हरगिज़ क़ुबूल नहीं करेंगे।

और चीफ़ मिनिस्टर को भी उन की कारकर्दगी के बारे में आने वाली शिकायतों के बारे में किसी दबाव को क़ुबूल करने के बजाए रास्त तौर पर उन से बात-चीत करनी होगी। अब देखना ये है कि चीफ़ मिनिस्टर किस ओहदेदार को अक़लीयती बहबूद के प्रिंसिपल सेक्रेट्री की ज़िम्मेदारी क़ुबूल करने के लिए राज़ी करने में कामयाब होते हैं।

चूँकि ये इंतिख़ाबात का साल है लिहाज़ा चीफ़ मिनिस्टर भी किसी सख़्तगीर ओहदेदार को ही महकमा अक़लीयती बहबूद पर नामज़द करना चाहते हैं। गुज़िश्ता छः माह में अक़लीयती फाइनेंस कारपोरेशन में दो बड़े स्क़ैम मंज़रे आम पर आए।

और रियास्ती वक़्फ़ बोर्ड में आराज़ीयात को लीज़ पर दिए जाने और दीगर कई तनाज़आत पैदा होने की हुकूमत को इत्तिलाआत मिली हैं। इस पसमंज़र में चीफ़ मिनिस्टर किसी साफ़ किरदार के हामिल ओहदेदार को अक़लीयती बहबूद पर तैनाती के हक़ में हैं।