प्रीति से बदसलूकी मामले में आया नया मोड

प्रीति जिंटा से बदसलूकी मामले में नेस वाडिया की मुश्किलें बढ सकती है। ज़राये की मानें तो नेस वाडिया ने पुलिस के सामने फर्जी गवाहों के नाम पेश किए है। वहीं, पुलिस का दावा है कि नेस वाडिया ने जिन गवाहों के नाम दिए थे उनमें से दो मदद नहीं कर रहे हैं। वहीं, पुलिस दोनों गवाहों के बयान दर्ज करना चाहती है।

नेस वाडिया ने अपनी ताईद में मुंबई पुलिस को 9 गवाहों के नाम दिए थे। 7 गवाहों की पहचान नहीं हो पाई है। मामले की जांच से जुडे एक आफीसर ने बताया कि जब दो गवाहों से राबिता किया गया तो उन्होंने बताया कि वे उन लोगों में शामिल नहीं है जिनके नाम नेस वाडिया ने दिए हैं। बकौल आफीसर हमें नहीं लगता कि हमने गलत लोगों से राबिता कायम किया है। नेस वाडिया ने 2 जुलाई को 9 गवाहों के नामों की फहरिस्त दी थी लेकिन उसमें जॉब प्रोफाइल का जिक्र नहीं था।

उन्होंने कहा कि सिर्फ नाम की बुनियाद पर गवाहों की पहचान नहीं की जा 2 जुलाई को नेस वाडिया ने मरीन ड्राइव पुलिस थाने के जांच आफीसर को खत लिखकर 9 गवाहों के नामों की फहरिस्त दी थी। इनमें सिरीका लाल, लोरेज जोसेफ, पूजा डडलानी, एनेलिन एडम्स, फराह ओमरभोय, स्वीटी बर्मन, कमलेश शाह, रयान मुस्तफा और शरत नाथ शामिल है। प्रीति जिंटा ने अपनी ताईद में जिन गवाहों के नाम दिए थे उनमें से 12 के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें से सात की गवाही को पुलिस ने महत्वपूर्ण बताया है। वहीं, ज्यादातर गवाहों ने प्रीति जिंटा की ओर से लगाए गए इल्ज़ाम की तस्दीक की है।

प्रीति जिंटा ने इल्ज़ाम लगाया था कि 30 मई को जब मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मैच खेला जा रहा था तब नेस वाडिया ने उनसे बदसलूकी की थी।