पिछले साल दिसंबर में वेस्ट बैंक स्थित अपने गांव में एक इजरायली सैनिक को चांटा मारकर चर्चा में आई 17 साल की फलस्तीनी किशोरी अहद तमीमी को रविवार को इजरायल की जेल से रिहा कर दिया गया है।
जेल से रिहा होने के बाद अहद तमीमी ने कहा कि बैतुल मुक़द्दस, फ़िलिस्तीन की स्थायी राजधानी है। उन्होने कहा कि कहा कि इस्राईली जेलों में बंद फ़िलिस्तीनियों का समर्थन होना चाहिए और यह समर्थन जारी रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि बैतुल मुक़द्दस, फ़िलिस्तीन की स्थायी राजधानी है और रहेगी।
तमीमी ने कहा कि फ़िलिस्तीनियों के विरुद्ध किए गए अपराधों पर ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ मुक़द्दमा चला कर उसे दंडित किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि ज़ायोनी शासन के दबाव के बावजूद उन्होंने जेल में पढ़ाई जारी रखी और इस्राईल उनकी पढ़ाई में रुकावट नहीं डाल सका।
उन्होंने ज़ायोनी शासन की संसद में यहूदी राज्य के क़ानून की मंज़ूरी की तरफ़ इशारा करते हुए इसे नस्लभेदी क़ानून बताया। उन्होंने कहा कि वे इस्राईली मीडिया का बायकाॅट करेंगे जो उनकी छवि बिगाड़ना चाहता था और वे इस्राईली मीडिया के किसी भी सवाल का जवाब नहीं देंगी।
अहद तमीमी ने कहा कि अभी उनकी ख़ुशी पूरी नहीं है क्योंकि इस्राईली जेलों में बहुत से फ़िलिस्तीनी महिला व पुरुष क़ैद हैं। उन्होंने कहा कि जेल ने उन्हें अपने देश की रक्षा का सही मार्ग बता दिया है।