यौम-ए-जम्हूरिया की परेड में मेहमान –ए-ख़ुसूसी के तौर पर शामिल होने के बाद फ़्रांसिसी सदर फ्रांस्वा ओलांद मंगल की शाम को वापस लौट गये हैं |
पीएमओ आफ़िस के ट्विटर से भारत का दौरा करने और यौम-ए-जम्हूरिया की तक़रीब की शान बढ़ाने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया गया |
67 वें यौम-ए-जम्हूरिया के मौक़े पर राजपथ परेड में फ्रेंच 35 वीं इन्फैंट्री रेजीमेंट की एक टुकड़ी जिसने 1781-84 में भारत में ख़िदमात को अंजाम दिया था ने भी हिस्सा लिया | ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी ग़ैरमुल्की फ़ौज ने परेड में हिस्सा लिया है |
पीर के रोज़ भारत दौरे के दौरान वज़ीर आज़म नरेंद्र मोदी और ओलांद के बीच दो तरफ़ा बातचीत के बाद भारत और फ्रांस के बीच 14 समझौतों पर दस्तखत किए गए हैं जिनमें साइंस एंड टेक्नोलॉजी, स्पेस और रेलवे भी शामिल है |
इतवार को चंडीगढ़ में मुनअकिद हुई भारत-फ्रांस बिज़नेस समिट के बाद सोलह दीगर समझौतों पर दस्तखत किए गए |
फ़्रांस के सदर के भारत दौरे की की एक ख़ास बात ये रही कि उन्होंने इंटरनेशनल सोलर अलायंस (ISA) के हेडक्वार्टर और गुडगाँव में इसके अंतरिम सचिवालय की संगे बुनियाद रखी |