इंडियन प्रीमीयर लीग की सर-ए-फ़हरिस्त ( head list) दो टीमें दिल्ली डियर डेविल्स और कोलकता नाईट रायडrस के दरमयान ( बीच) कल यहां पुने के सुब्रत राय सहारा स्टेडीयम में प्ले आफ़ का पहला मुक़ाबला खेला जाएगा।
दोनों ही टीमें कामयाबी के ज़रीया फाईनल में रसाई ( पहुँच) के लिए कोशां ( कोशिश करना) होगी जो कि 27 मई को चेन्नई के एम चिदम़्बरम स्टेडीयम में खेला जाएगा। दिल्ली टीम ने ग्रुप मरहले के मुक़ाबलों में 11 फ़ुतूहात (जीत) हासिल करते हुए पहला मुक़ाम हासिल किया है जबकि कोलकता नाईट रायडर्स ने 10 फ़ुतूहात ( जीत) हासिल करते हुए अपने एतेमाद (विश्वास/यकीन) को बुलंद किया है।
दोनों ही टीम के खिलाड़ियों के हौसले बुलंद हैं लेकिन बुलंद हौसलों के मुआमले (मामले) में दिल्ली को सबक़त (बढत) हासिल है। इलावा अज़ीं ( इसक़े इलावा) न्यूज़ीलैंड के कप्तान रास टेलर जिन्होंने 10 मुक़ाबलों में 162 रन स्कोर किए थे, लेकिन बैंगलौर के ख़िलाफ़ 26 गेंदों में 55 रंन स्कोर करते हुए टेलर ने अहम ( खास) मुक़ाबलों से क़ब्ल ( पहले) अपने फ़ाम ( बेहतर मुजाहिरा) में वापसी का ऐलान कर दिया है जो दिल्ली के लिए मज़ीद ( और भी) ख़ुश आइंद हैं।
दिल्ली का बैटिंग शोबा कप्तान सहवाग की क़ियादत में काफ़ी मुस्तहकम है नीज़ कियून पीटरसन के वतन लौटने के बाद डेविड वार्नर ने टीम में शमूलीयत इख्तेयार की है जिन्होंने दक्कन के ख़िलाफ़ शानदार शतक भी स्कोर की है, महेला जय वरधने ने एक से ज़ाइद ( ज़्यादा) मर्तबा ज़िम्मादाराना इन्निंग्स खेली है।
दिल्ली टीम में शामिल हिंदूस्तानी खिलाड़ी वेनू गोपाल राव, नमन ओझा और योगेश नगर के इलावा ऑल राउंडर इर्फ़ान पठान ने भी तवज्जा अपनी जानिब ( पहलू) मबज़ूल करवाई है। दिल्ली का बौलिंग शोबा भी बैटिंग शोबा की तरह मज़बूत और मुस्तहकम है जिस की क़ियादत जुनूबी अफ़्रीक़ी फ़ास्ट बौलर मिर्नी मर्कल कर रहे हैं जोकि 25 विकटों के साथ अपने सर पर्पल कैप सजा चुके हैं।
इलावा अज़ीं ( इसके इलावा) ऊमेश यादव और वरूण आरोन की मौजूदगी भी हरीफ़ ( जिससे मुकाबला हो) बैट्समैनों को परेशान कर रही है नीज़ पुने की विकेट अगर फ़ास्ट बौलरों के लिए साज़गार रही तो गंभीर के खिलाड़ियों के लिए हालात मुश्किल तरीन होंगे।
कोलकता के लिए कप्तान गौतम गंभीर कलीदी खिलाड़ी साबित हो रहे हैं जिन्होंने 15 मुक़ाबलों में 556 रन स्कोर कर लिए हैं, लेकिन उन्हें ओपनर ब्रेंडन मक्का लिम और जैक कैलिस से वो तआवुन ( मदद) हासिल नहीं हो पाया है जिसकी मज़कूरा (कहे हुए) खिलाड़ियों के फ़ित्री खेल के बाद तवक़्क़ो की जा रही थी।
यूसुफ़ पठान का नाक़िस ( खराब) फ़ाम कोलकता के लिए मायूसकुन है हालाँकि उन्होंने चंद ऐसी इनिंग्स खेली जिससे उम्मीद की किरण नज़र आई है कि यूसुफ़ पठान फ़ाम में वापसी कर चुके हैं। बौलिंग शोबा में दिल्ली के हमपल्ला फ़ास्ट बौलर ब्रीट ली मौजूद हैं, इसके इलावा स्पिन शोबा में वेस्ट इंडीज़ के स्पिनर सुनील नारायण, शाहरुख ख़ान की टीम के असल हथियार साबित हो रहे हैं जिन्हों ने 13 मुक़ाबलों में 5.14 की औसत से रन देने के इलावा 22 विकटें हासिल की हैं।
इलावा अज़ीं शकीब उल-हसन, इक़बाल अबदुल्लाह भी हरीफ़ बैट्समैनों के लिए मुश्किलात पैदा कर सकते हैं।