जुनूबी बिहार में भारी बारिश का खतरा फिलहाल टल गया है। हालांकि, रियासत हुकूमत की तरफ से आफत के पहले तैयारी जारी है। मौसम सायंस मर्कज के डाइरेक्टर एके सेन के मुताबिक, अगले तीन दिनों तक जुनूबी बिहार में बारिश नहीं होगी।
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के इलाक़े की वजह बादल बिहार से दूर होते जा रहे हैं। लेकिन, तीन दिनों के बाद मॉनसून एक बार फिर करवट लेगा और जुनूबी बिहार में बारिश हो सकती है। फिलहाल, नेपाल की सीमा से सटे जिलों में बारिश होने की इमकान है।
वहीं, शुमाली और मध्य बिहार में बारिश नहीं होगी, लेकिन जुनूबी बिहार में होनेवाली बारिश का असर दीगर पूरे बिहार पर पड़ेगा, जिसके बाद मौसम ठंडा हो जायेगा। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का असर मिडिल शोबे और ओड़िशा पर पड़ेगा।
वहीं, आफत इंतेजामिया के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी व्यास जी ने इतवार को कहा कि मौसम महकमा से भारी बारिश का खतरा टलने का कोई तहरीरी खत हुकूमत को नहीं मिला है, इसलिए अब भी अलर्ट जारी है। इधर, सेना के मिडिल इंडिया एरिया, जबलपुर के जीओसी ने झारखंड और बिहार सब एरिया हेड क्वार्टर को हाइ अलर्ट रहने का हिदायत जारी किया है। सब एरिया हेड क्वार्टर के ज़राये के मुताबिक, आफत और बचाव का काम के लिए कर्नल जीएस की हिदायत में 19 कॉलम सेना को तैयार रखा गया है।
जवानों ने जंगी सतह पर बचाव और मदद काम के पूरी तैयारी कर ली है। साथ ही उतरी बिहार के कई इलाकों में अफसरों ने सेर्वे किया है और हेलीकॉप्टर उतरने के लिए हेलीपैड के मुकाम का भी सेलेक्शन कर लिया गया है।
मालूम हो कि इससे पहले मौसम महकमा ने हुकूमत को इत्तिला किया था कि सितंबर के दूसरे या तीसरे हफ्ताह में जुनूबी बिहार में भारी बारिश या बादल फटने जैसी वाकिया हो सकती है। इसके मद्देनजर रियासत हुकूमत ने तमाम अज़ला में हाइ अलर्ट जारी किया है और आफत पहले तैयारी करने की हिदायत दिया है।
एनडीआरएफ की तीन अजाफ़ी कंपनियां बिहार आ चुकी हैं। हर कंपनी में 45 जवान हैं। उन्हें गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल और सीतामढ़ी में तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा एसडीआरएफ को भी तैनात किया गया है।