एक मुस्लिम फैशन डिज़ाइनर ने वन नेशन की लीडर पौलिन हेन्सन को एक बेहतरीन खुला ख़त लिख कर उनसे मुसलमानों के लिए अपने नज़रिए को बदलने की गुज़ारिश की है।
फैशन ब्रांड मोगा के डायरेक्टर, अज़ान मुनास ने विवादास्पद ऑस्ट्रेलियाई सीनेटर पौलिन हेन्सन को कुछ बेहतरीन हेडस्कार्फ भेजा। ऐसा उन्होंने तब किया जब उन्हें महसूस हुआ कि दक्षिणपंथी पार्टियाँ जनसमर्थन हासिल करने के लिए मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ भाषण दे रही हैं। स्कार्फ, जिन्हें मुस्लिम औरतें हिजाब के रूप में और गैर-मुस्लिम औरतें फैशन के रूप में इस्तेमाल करती हैं, उन्हें जैतून की शाख, जो बहुसांस्कृतिक एकता का प्रतीक है, उसके रूप में वन नेशन लीडर को भेजा है।
इन विवादों के मामले में सीनेटर पौलिन हेन्सन नई नहीं हैं और इस हफ्ते की शुरुआत में ही उन्होंने का था कि वह मुसलमानों के आप्रवास को प्रतिबंधित करने के लिए जोर लगाती रहेंगी और उन्होंने लोगों से उनकी पार्टी की पॉलिसी को भी फिर से पढ़ने का आग्रह किया। इन पोलिसी में इस्लाम के एक धर्म होने या एक राजनीतिक विचारधारा होने की जांच करना, मुसलमानों के आप्रवास और मुस्लिम शरणार्थियों के आने पर रोक, सार्वजनिक स्थानों में बुर्का और हिजाब पर प्रतिबन्ध लगाना शामिल है।
फेसबुक पर ज़ारी किये अपने खुले ख़त में अज़ान सीनेटर हेन्सन से गुज़ारिश करते हैं कि वे मुस्लिमों और अल्पसंख्यकों के बारे में दिए गए अपने बयानों के ऑस्ट्रेलियाई नौजवानों के ऊपर पड़ने वाले प्रभाव को समझें। “एक महिला सीनेटर होने के नाते आपको पूरे देश की नौजवान लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत्र होना चाहिए, ” अज़ान ने लिखा। “अपने राजनीतिक प्लेटफार्म का इस्तेमाल, मुस्लिम आप्रवासियों पर प्रतिबन्ध लगाने जैसी मांगों के लिए इस्तेमाल कर आप नौजवान मुस्लिम लड़कियों में कमतरी की भावना को पैदा कर रही हैं।”
अज़ान ने MVSLIM।COM को बताया कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद मुसलमानों को निशाना बनाने की घटनाओं ने उन्हें यह पत्र लिखने के लिए प्रेरित किया। वह कहते हैं कि उन्हें उम्मीद है ऑस्ट्रेलिया में भेदभाव की भावना उतना जोर नहीं पकड़ेगी जैसी अमेरिका में है। सीनेटर हेन्सन ट्रम्प की बड़ी समर्थक हैं और उनकी जीत पर उन्होंने ट्वीटर पर सार्वजनिक रूप से ख़ुशी का इज़हार किया था। अज़ान अपने ख़त के आखिर में लिखते हैं, “आखिर में यह 2016 है और हर शख्स, चाहे वह किसी भी धर्म का हो, समाज को उसे क़ुबूल करना चाहिए और उसकी सफलता की कामना करनी चाहिए।”
“मुझे यह सोचने से भी नफरत है कि कोई आपको ऑस्ट्रेलिया में सिर्फ इसलिए नहीं रहने देगा कि आप इसाई है, गोरी रंगत के हैं, या आपके बाल लाल हैं।” अज़ान कहते हैं कि उन्हें बिलकुल बुरा नहीं लगेगा अगर स्कार्फ लौटा दिए जायेंगे।
यह लेख MVSLIM.COM से लिया गया है। सिआसत के लिए इसका हिंदी अनुवाद मुहम्मद ज़ाकिर रियाज़ ने किया है।