बम धमाके रोकने में नाकाम चीफ़ मिनिस्टर से ग़ुलाम नबी आज़ाद नाराज़

हैदराबाद 23 फरवरी: मर्कज़ी वज़ीर-ए-सेहत-ओ-इंचार्ज आंध्र प्रदेश कांग्रेस उमूर ग़ुलाम नबी आज़ाद ने इशारों (इत्तिलाआत) के बावजूद एहतियाती और हिफ़ाज़ती इक़दामात ना करने पर चीफ़ मिनिस्टर से नाराज़गी का इज़हार किया।

बावसूक़ ज़राए के बमूजब ग़ुलाम नबी आज़ाद ने बम धमाकों के मुक़ाम दिलसुखनगर और हॉस्पिटलों में ज़ेर-ए-इलाज ज़ख़मियों की इयादत के बाद चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी और दीगर वुज़रा से तबादला-ए-ख़्याल किया।

मर्कज़ की तरफ से इशारा मिलने के बावजूद एहतियाती इक़दामात ना करने की चीफ़ मिनिस्टर से वज़ाहत तलब की। चीफ़ मिनिस्टर ने आज़ाद को बताया कि बम धमाकों के ताल्लुक़ से कोई ख़ुसूसी इशारा नहीं दिया गया, अलबत्ता ट्रेन की पटरियों को नुक़्सान पहुंचाने के ख़दशात से ज़रूर आगाह किया गया था।

आज़ाद ने कहा कि मामूली सी ग़फ़लत पर बहुत बड़ा नुक़्सान होगया, जिस की वजह से कई बेक़सूर अवाम की ज़िंदगीयां ज़ाए हुईं और मुतअद्दिद अफ़राद ज़ख़मी हुए।

उन्हों ने कहा कि सारे मुल्क बिलख़सूस पार्लीमैंट के दोनों एवानों में बम धमाके अहम मौज़ू बन गए। उन्हों ने हिदायत दी के आइन्दा मर्कज़ से वसूल होने वाली इत्तिला को मामूली ना तसव्वुर करें, बल्के सख़्त हिफ़ाज़ती-ओ-एहतियाती इक़दामात किए जाएं।