बर्तानवी वीज़ा क़वानीन , यूनीवर्सिटीयों की दरख़ास्त मुस्तर्द(ताल देना)

बर्तानिया ने मुल़्क की तक़रीबन 70 आला यूनीवर्सिटीयों की तलबा के वीज़ा क़वानीन(रूल्स) में तबदीली(बदलना) पर नज़रसानी की दरख़ास्त को मुस्तर्द(तर्क) कर दिया है, वज़ीर-ए‍आज़म( प्रधान मंत्री) डेविड कैमरोन के नाम लिखे गए ख़त में यूनीवर्सिटीयों के सरबराहान(निगरानी करने वाले) ने कहा के हिंदूस्तान और दीगर ग़ैर( दुसरे) योरपी ममालिक से आने वाले तलबा इन नए वीज़ा क़वानीन(रूल्स) से मुतास्सिरा हगे और उन तलबा की आमद रुक जाने के साथ साथ बर्तानिया की मआशी सूरत-ए-हाल भी मुतास्सिर होगी

क्योंकि ये तलबा-ए-अपने साथ ज़र-ए-मुबादला लाते थे इस के इलावा बर्तानिया के अंदर बैन-उल-अक़वामी तलबा-ए-की आमद का सिलसिला भी रुक जाएगा,लिहाज़ा तलबा-ए- के वीज़ा क़वानीन(रूल्स) में तबदीली पर नज़रसानी की जाय, ताहम हुकूमत ने इन सरबराहान (निगरानी करने वाले) की तमाम तर दलील नज़रअंदाज करते हुए ये दरख़ास्त मुस्तर्द(ताल् दि) कर दी है।यूनीवर्सिटी को अंदेशा है के इन इक़दामात से बैरूनी तलबा की तादाद कम होजाएगी जिस से यूनीवर्सिटीज़ और मलिक का नुक़्सान होगा।