लंदन 25 जनवरी (पी टी आई) बर्तानिया ने मसअले कश्मीर की यकसूई में किसी तीसरे फ़रीक़ की दख़ल अंदाज़ी का इमकान मुस्तरद करते हुए कहा कि ये हिंदुस्तान और पाकिस्तान की ज़िम्मेदारी है कि वो इस मसअला का कश्मीरी अवाम की ख़ाहिशात के मुताबिक़ पायदार हल तलाश करें।
पाकिस्तानी मक़बूज़ा कश्मीर के मुतवत्तिन लार्ड नज़ीर अहमद ने दारुल इमरा में कल रात जम्मू और कश्मीर में इस्तिसवाबे आम्मा करवाने का पुरज़ोर मुतालिबा किया था, ताकि ये मालूम हो सके कि कश्मीरी अवाम किस मुल्क की ताईद करते हैं।
लार्ड नज़ीर अहमद ने कश्मीर के मसअला पर एक मुख़्तसर मुबाहिसा का आग़ाज़ करते हुए हुकूमत बर्तानिया से दरयाफ़त किया कि वो हिंदुस्तान और पाकिस्तान के दरमयान तमाम तनाज़आत की यकसूई के लिए अमन कार्रवाई की ताईद करती है या नहीं। इस में उन्हों ने कश्मीरी अवाम के हक़ ख़ुद अख्तियारी को भी शामिल कर दिया था।
आया दोनों ममालिक की ज़िम्मेदारी है कि वो रास्त बात-चीत के ज़रीए इस मसअला की यकसूई करें। बर्तानिया की लेबर हुकूमत ने भी माज़ी में यही मौक़िफ़ अख्तियार किया था और मौजूदा हुकूमत भी यही मौक़िफ़ रखती है।