काबुल 13 नवंबर (यू एन आई) बर्तानिया 2014-ए-के इख़तताम तक अफ़्ग़ानिस्तान से अपने हमला आवर फ़ौजी वापिस बुलवाने की तैय्यारी कररहा ही। इस अमर का इज़हार वज़ीर-ए-दिफ़ा ने गुज़श्ता रोज़ किया। फ़लिप हीमोनड ने कहा कि अब तक बहुत कुछ करना बाक़ी है
ताहम फ़ौजीयों की वापसी केलिए मंसूबा बंदी की जा रही ही। हीमोनड ने इन ख़्यालात का इज़हार कैंप बीशन के दौरे में किया। आरमसटाइस डे परेड में शिरकत के बाद उन्हों ने अफ़्ग़ान नैशनल आर्मी के अरकान से ब्रिगेड एडवाइज़री ग्रुप पर मुलाक़ात की जोकि अफ़्ग़ान आर्मी यूनिट्स को तालीम-ओ-तर्बीयत और मुशावरत फ़राहम करता है ।
वज़ीर-ए-दिफ़ा को इख़्तयारात की मुंतक़ली केलिए ए एन ए के हमराह अंजाम दिए गए काम पर ब्रीफिंग दी गई। हीमोनड का कहना था कि हैं समझता हूँ कि हम टरानज़ीशन केलिए तैय्यार हैं मगर असल चीज़ ये है कि वो (अफ़्ग़ान फ़ौजी) ये समझें कि इस काम केलिए वो तैय्यार हैं।
उन्हों ने कहा कि तफ़सीलात के बारे में अभी बहुत से सवालात तिश्ना हैं, काम किस तरह होरहा ही? आगे चल कर मुआमलात किस तरह निमटाए जाएंगी? ताहम एक बार हर एक पर वाज़िह हो जानी चाहीए कि हम 2014-ए-को वापिस जा रहे हैं। उन्हों ने मज़ीद कहा कि वो ब्रिटिश और अफ़्ग़ान फ़ौज के दरमयान इंतिहाई अच्छे और मुतास्सिरकूण ताल्लुक़ात देख रहे हैं।